– प्रज्ञा शक्तिपीठ की महंत डॉ. प्रज्ञा भारती सुना रही विविध प्रसंग
– विद्यार्थियों ने निकाली शोभायात्रा
नागपुर :- मंगलमूर्ति हनुमानजी का नामस्मरण चारों युगों में सभी रोगों से मुक्ति देता है। श्री हनुमान जी की कथा अति सुंदर व प्रेरणादायक प्रसंगों से भरी हुई है।उक्त आशय के उद्गार मध्यप्रदेश में रायसेन जिले के मांगरोल स्थित प्रज्ञा शक्तिपीठ की महंत डॉ. प्रज्ञा भारती ने हनुमान जी के जीवन के प्रसंगों का सुंदर वर्णन करते हुए किया .श्री हनुमान जयंती के उपलक्ष्य पर 6 अप्रैल तक हनुमान नगर स्थित श्री आयुर्वेद महाविद्यालय के परिसर में श्री सिद्ध हनुमान मंदिर में 5 दिवसीय हनुमान कथा का आरंभ किया गया।
आज व्यासपीठ का प्रथम पूजन बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन के संयुक्त प्रबंध संचालक सुरेश शर्मा , गीता मंदिर के प्रमुख स्वामी निर्मलानंद, आयोजन समिति के सदस्य डॉ. गोविंद प्रसाद उपाध्याय सहित अन्य ने किया।
कथा आरम्भ से पूर्व में कथा वाचिका डॉ. प्रज्ञा भारती के आगमन पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने शोभायात्रा निकाली। डॉ. प्रज्ञा कथा बताते हुए हनुमानजी के उत्तम विद्यार्थी गुणों से सीख लेने का आह्वान विद्यार्थियों से किया। डॉ. गोविंद प्रसाद उपाध्याय ने महाविद्यालय परिसर में स्थित हनुमान मंदिर के इतिहास की जानकारी देते हुए प्रस्तावना रखी।
प्रचार प्रसार समिति डॉ. जयकृष्ण छांगाणी व डॉ. कल्पेश उपाध्याय ने बताया कि कथा का समय दोपहर 4 से 7 बजे तक रखा गया है। हनुमान कथा की सफलतार्थ डॉ. वेदप्रकाश शर्मा, डॉ. रामकृष्ण छांगाणी, संजय जोशी, डॉ. रामेश्वर पाण्डेय, डॉ. संतोष शर्मा, प्राचार्य डॉ. मोहन येवले डॉ. लालचंद जैस्वाल, नथमल अग्रवाल, डॉ. अर्चना दाचेवार, डॉ. मृत्युंजय शर्मा, डॉ. बृजेश मिश्रा, डॉ. हरीष पुरोहित, डॉ. शिल्पा वराडे, हरिओम दुबे ने सहयोग दिया। कथा के स्वागत समारोह का संचालन डॉ. गायत्री व्यास ने किया। सभी से कथा का लाभ लेने की अपील की गई है।