नागपुर :- नागपुर महानगर पालिका द्वारा शहर में स्थित सार्वजनिक व ऐतिहासिक कुओं संवर्धन करने का निर्णय लिया गया है। जिसके अंतर्गत सभी कुओं की सफाई कर उस पर आरो प्लांट लगाया जाएगा। जिससे पीने के पानी की समस्या काफी हद तक कम हो जायेगी।
इस संदर्भ में जीरो माइल फाउंडेशन के पूर्व सदस्य व जल मित्र डॉ. प्रवीण डबली द्वारा सार्वजनिक कुओं की सफाई व संवर्धन संबंधी चलाए गए प्रयासों को सफलता मिली है। उन्होंने नागपुर के सबसे बड़े कुएं की सफाई करने का आवाहन भी मनपा प्रशासन से की है। नागपुर शहर में 854 सार्वजनिक कुएं है। जिसमे का पानी पीने लायक नहीं था।
डॉ. प्रवीण डबली ने 2019 में सार्वजनिक कुओं की सफाई के लिए मुहिम चलाई थी। जिसका संज्ञान लेते हुए तत्कालीन महापौर दयाशंकर तिवारी ने कुओं की सफाई का निर्णय लिया था। जिसके अंतर्गत इस वर्ष 446 सार्वजनिक कुओं की सफाई को मंजूरी देते हुए 1 करोड़ 52 लाख रुपए मंजूर किए गए। मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने कहा की सफाई का काम शुरू है।
ज्ञात हो की 212 कुओं की सफाई 2019 में, 54 कुओं की सफाई 2020 में, 79 कुओं की सफाई 2021 में, 85 कुओं की सफाई 2022 व 183 कुओं किंसाफाई 2023 में की गई।
डॉ. प्रवीण डबली ने मनपा प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है। साथ ही कुओं की सफाई के प्रति सजग रहने का आवाहन क्षेत्र के नागरिकों से भी किया है। उसी तरह नगरसेवक व नागरिकों ने भी कुएं का पानी उपयोग में लेकर उसकी रक्षा करने का अनुरोध किया है।
*गांधीबाग जोन में सबसे अधिक ऐतिहासिक कुएं*
डॉ. डबली ने बताया कि शहर के जोन क्रमाक 6 गांधीवाग में मनपा के अनुसार सबसे अधिक 43 ऐतिहासिक कुएं है। बाकी सभी जोन में मात्र 9 किए है। जिसमे धरमपेठ में 2, धंतोली में 2, नेहरूनगर में 1, सत्रंजीपुरा में 1, लकड़गंज में 1, आसीनगर में 2, लक्ष्मीनगर, हनुमाननगर व मंगलवारी जोन में एक भी ऐतिहासिक कुआ नहीं है। कई कुएं इसे भी है जिसकी जानकारी मनपा के पास नहीं है।
*किस जोन में कितने कुएं*
डॉ प्रवीण डबली ने बताया कि शहर में कुल 10 जोन है। जिसमे हर जोन में सार्वजनिक कुएं है। लक्ष्मीनगर जोन में 83, धरमपेठ जोन में 91, हनुमाननगर जोन में 54, धतोली जोन में 70, नेहरूनगर जोन में 85, गांधीबाग जोन में 154, सतरंजीपुरा जोन में 94, लकड़गंज जोन में 74, आसीनगर जोन में 104 व मंगलवारी जोन में 45 सार्वजनिक कुएं है। सभी 10 जोन मिलाकर नागपुर शहर में 854 सार्वजनिक कुएं होने की जानकारी मिली है। इसमें घरों में स्थित निजी कुओं की जानकारी उपलब्ध नहीं है। उपरोक्त कुओं में से एक भी कुएं का पानी पीने योग्य नहीं है।
*नागपुर के सबसे बड़े कुएं की भी हो सफाई*
आसीनगर जोन में भी ब्रिटिश कालीन कई आस्थापना मौजूद थे। जिससे इस क्षेत्र में भी कई ऐतिहासिक कुएं है। जिसमे 70 x 70 फिट व्यास का सबसे बड़ा कुआं मोतीबाग रेलवे कॉलोनी में मौजूद है। को पूरे क्षेत्र को पानी मुहाया करने की क्षमता रखता है। शहर में कई विशाल भोसलेकालीन कुएं मौजूद है। वे येसी जगह बने है जहा पानी मुबलक मात्रा में मौजूद है। जीरो माइल फाउंडेशन के पूर्व सदस्य और जल मित्र डॉ. प्रवीण डबली ने मांग की है कि मनपा प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को कुओं की स्थिति से अवगत कराना चाहिए और उन्हें पुनर्जीवित कर पीने योग्य बनाना चाहिए।
*मनपा रिकॉर्ड मे भोसलेकालीन ऐतिहासिक कुएं*
धरमपेठ जोन – टेकडी रोड व संगम चाल
धंतोली जोन – गोंड बस्ती व रघुजनगर
नेहरूनगर जोन – बाहुबली कुआं नंदनवन कॉलोनी
गांधीबाग जोन – पंचांग बस्ती, कोठिवान बटबिंतन हॉल की पीछे, दक्षिणामूर्ति, त्रिवेदी वादा,राममंदिर गल्ली (जून हिस्लॉप कॉलेज), जोहारीपुरा, खिरुलालवाडी गाडीखाना, जानकीबाई धरमशाला, रामाजी वाडी, विठ्टल मंदिर कर्नल बाग, मामा पान मंदिर दसरा रोड, भुतिया दरवाजा , मासूम कुआ (दसरा रोड), शेळके हाऊस, महादेव मंदिर ( रामवाड्या जवळ), घटे हाऊस कोठीरोड, शिर्के रोड हेडगेवार स्मारक के पास), राजेंद्र हायस्कूल, निंबाळकर हाऊस दसरा रोड, गायत्री कॉन्व्हेन्ट राहतेकर वाडी, रहातेकर वाडी, भोसले विहार, अलिमिया खांब, खोडे उद्यान, रतन कॉलोनी, अग्निमाता मंदिर शिवाजी नगर, गणपती मंदिर शिवाजी नगर, नंदाजिनगर, चिकन 20 पूरा राम मंदिर नाईक रोड, खरात भवन, किल्ला मानकर, कोठेकर संग बिल्डिंग, जोशी संघ बिल्डिंग, मुले वाडा मुंजे सभागृह के पास, फुले गल्ली, टालाटुले रिसालदार गल्ली, पाठक हाऊस रिसालदार गल्ली, वाघमारे हाऊस रिसालदार गल्ली, चिटणीस पार्क स्टेडियम, रमेश जिरे गंजी पेठ, महादेव मंदिर गंजीपेठ स्कूल, मोक्षधाम, गुजरवाडी।
सतरंजीपूरा – प्रभाग २१ में
लकड़गंज – गुजरनगर
आसीनगर – वैशालीनगर, गणोबावाडी
*संलग्न -* १) मोतीबाग रेलवे कॉलोनी में स्थित 70 x 70 फीट व्यास का भोसलेकालीन ऐतिहासिक कुआं।