नागपुर, सुरपंचम वैभवी ग्रुप की ओर से चांदी जैसा रंग है तेरा… इस संगीत कार्यक्रम का आयोजन सीताबर्डी स्थित विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन के अर्पण सभागृह में मगलवार को किया गया था. कार्यक्रम में अष्टपैलू व्यक्तित्व के धनी हरहुन्नरी गायकों ने अपनी अद्भुत अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया। साथ ही दर्शकों की पुरानी, मीठी यादों को ताजा किया।
कार्यक्रम की कल्पना किरण भोसले की थी और इसका आयोजन आनंद भगत ने किया. विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन के अर्पण हॉल में आयोजित कार्यक्रम में गायकों द्वारा लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर अतिथि गायक गिरीश बड़े, किरण भोसले, प्रीति ठक्कर, आरती महात्मे, रश्मि दशपुत्रे, संघाय सेन, शालिनी सरोदे, पंकज पवार, नरेंद्र महत्मे, शैलेश सखारे और विलास पांढरे ने भाग लिया था।
कार्यक्रम की शुरुआत शैलेश सखारे ने ‘समा है सुहाना सुहाना’ गाने से की। उसके बाद नरेंद्र महात्मे ने आज मौसम बड़ा बेइमन, पंकज पवार ने तुमको पाया हो तो जैसा खोया हो और आनंद भगत ने मुझको देखोगे जहा तक गाया इन गीतों की प्रस्तुति दी।
गिरीश बड़े के साथ किरण भोसले ने ‘ये रात और ये दुरी यह युगल गीत गाया। साथ ही शालिनी सरोदे ने गली में आज चांद निकला, विलास पंधारे ने तू मेरे दिल में रहती है, प्रीति ठक्कर ने एक दो तीन चार पांच इस गीत की प्रस्तुति दी है। आनंद भगत और रश्मि दशपुत्रे ने वादा करले सजना, नरेंद्र महात्मे और आरती महात्मे ने किसी राह पर किसी मोड पर, किरण भोसले ने आते जाते हंसते गाते, गिरीश बड़े ने रुकजा दिल दीवाने, चांदी जैसा रंग है तेरा, फास्ट टाईम देखा तुम्हे लव्ह हो गया, पंकज पवार और रश्मी दशपुत्रे ने किसी नजर को तेरा, आनंद भगत और किरण भोसले ने मुझे तुमसे है कितने गिले, प्रीती ठक्कर ने जब छाये मेरा जादू, विलास पांढरे ने अल्लाऊ अल्लाऊ, आनंद भगत ने ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जिना, रूप तेरा मस्ताना, आरती महात्मे ने आजकल पाव जमी पर, शैलेश साखरे ने इम्तिहा हो गयी इंतजार की, रश्मी दशपुत्रे ने चुरा लिया है तुमने जो दिल को इसके अलावा तुमको जो देखतेही प्यार हुआ, तुझे देखा तो ये जाना सनम, प्यार पे दिल पे मार दे गोली, माना हो तुम, आजा शाम होणे आई ऐसे एक से बढ़कर एक लोकप्रिय गीत कलाकारों ने प्रस्तुत किये। कई रसिक गानों के बोल सुनकर ठुमके लगा रहे थे साथ ही सभी रसिकों ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया।
आनंद भगत द्वारा प्रस्तुत रूप तेरा मस्ताना इस गीत के साथ धमाकेदार, मधुर संगीत कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम का संचालन तसणीम खान ने किया।