चमेली वन विश्राम भवन,तथापौध नर्सरी की निर्माण की मांग, बीजली और पानी की आपूर्ति की मांग

– नवनिर्वाचित विधायक से उम्मीदें

– प्रस्ताव जिला योजना समिति को प्रस्तावित

 – चमेली वन विश्राम भवन सौंदर्यींकरण और रोप वाटीका में पौधा रोपण की की की मांग

– कोंढाली में आधुनिक विश्राम भवन प्रस्तावित -चरणसिंग ठाकूर

कोंढाली :-  110 से अधिक वर्षों से पुराने कोंढाली वन क्षेत्र के चमेली उप-वन के वन विश्राम गृह की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है. और यहां की वन नर्सरी की सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। बीजली आपुर्ती खंडित होने के कारण, नर्सरी बंद है और कोंढाली वन विश्राम गृह, जिसका यहां एक अतीत गौरव था, बिजली और पानी की आपूर्ति के अभाव में बंद है। यह नागपुर वन प्रभाग के कोंढाली वन विभाग में सबसे पुराना वन परिक्षेत्र है। नागपुर-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सबसे बड़ा पुराना कोंढाली वन विश्राम गृह एक महत्वपूर्ण वन विश्राम गृह माना जाता है। इस इलाके में अक्सर विधायकों और सांसदों की बैठकें होती रहती थीं. हालांकि, पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख द्वारा पुराने विश्राम गृह की मरम्मत के लिए विकास निधि को मंजूर की थी. उसी नीधी से विश्राम गृह की मरम्मत करायी गयी है. वन विभाग की प्रसिद्ध नर्सरी के लिए बिजली की आपूर्ति और पानी की आपूर्ति के लिए नागपुर जिला योजना समिति के माध्यम से प्रावधान करने का प्रस्ताव जिला योजना समिति को दिया गया है, यह प्रस्ताव जिला योजना समिति को अद्यतन करने का निर्णय दिया है। कोंढाली में वन विश्राम गृह को नर्सरी और पानी की आपूर्ति के लिए विकास निधि के लिये जिला नियोजन समिति से स्वीकृत नहीं मिली है। काटोल विधान सभा के नवनिर्वाचित विधायक चरण सिंह ठाकुर जो नागपुर जिला योजना समिति के सदस्य हैं। उन्होंने कोंढाली में वन विश्राम गृह की बाधित विद्युत आपूर्ति, नर्सरी के लिए प्रस्तावित राशि को मंजूरी दिलाने का प्रयास कर चमेली वन विश्राम गृह, तथा पौध नर्सरी के संबंध में वन, विद्युत एवं जिला योजना समिति के अध्यक्ष के साथ बैठक कर मंजुरी दिलाने की मांग की है। साथ ही उप वन, चमेली उप वन क्षेत्र अधिकारी कार्यालय और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि अधिकारियों और कर्मचारियों के आवास की समस्या को हल करने के लिए एक बैठक आयोजित कर समस्या हल करने की मांग सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा की गयी है।

कोंढाली रेस्ट हाउस को शुरू करने की मांग 

नागपुर-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कोंढाली रेस्ट हाउस लोक निर्माण विभाग की उपेक्षा के कारण खंडहर बन और जीर्ण-शीर्ण स्थिति में आ गया है। खास बात यह है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारियों ने यहां के रेस्ट हाउस की ओर ध्यान तक नहीं दिया, भले ही यहाँ का पुरा. साहित्य चोरी हो गया है।

शाखा अभियंता कार्यालय

नागपूर लोक निर्माण विभाग के अधिकार क्षेत्र में ढाई एकड़ से अधिक भूमि पर स्थित कोंढाली विश्राम गृह मनुष्य बल के कमी के कारण यह सुपरिचित विश्राम गृह अब खराब स्थिति में है। वास्तव में! लोक निर्माण विभाग के काटोल उपविभाग के अंतर्गत आने वाले कोंढाली क्षेत्र के शाखा अभियंता का कार्यालय यहां के विश्राम गृह के बगल में बनाया गया है। 15-16 साल पहले कोंढाली शाखा अभियंता यहीं से काम करते थे. लेकिन अब कहा जा रहा है कि कोंढाली शाखा अभियंता काटोल से काम कर रहे हैं हैं. कोंडाजी के सुपरिचित रेस्ट हाऊस में देश के पुर्व प्रधान मंत्री नरसिम्हा राव, उप प्रधान मंत्री लालकृष्ण आडवाणी, राज्य के मुख्यमंत्री वसंतदादा, तथा कई केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री, नागपुर अमरावती हायवे से आवाजाही करणे वाले विधायक, सांसद, कोंढाली रेस्ट हाउस में रुकते थे जिसने अतीत में प्रसिद्धि प्राप्त की थी . इस क्षेत्र के पूर्व मंत्री बैरिस्टर वानखेड़े, भगवंतराव गायकवाड़, बाबासाहेब केदार, रमेशचंद्र बंग और अनिल देशमुख कोंढाली रेस्ट हाउस में बैठकें करते थे। यह गौरवशाली विश्राम गृह जनशक्ति की कमी के कारण कई वर्षों से बंद पड़ा है।

इस विषय को लेकर‌ विधायक चरणसिंग ठाकूर,नागपूर जिला भा ज पा महामंत्री तथा कृषी मित्र दिनेश ठाकरे द्वारा कोंढाली के पुराने रेस्ट हाउस का जिर्णोद्धार कर आधुनिक विश्राम गृह का लोकार्पण की जानकारी दी. तब तक के लिये कुछ दुरूस्ती के लिये नीधी मंजूर करने की जानकारी भा ज पा महामंत्री दिनेश ठाकरे द्वारा दी गयी है.

यहां के शाखा अभियंता काटोल कार्यालय से इस कोंढाली क्षेत्र के मामलों को देख रहे हैं। नवनिर्वाचित विधायक चरण सिंह ठाकुर इन सभी घटनाओं से परिचित है. विधायक चरणसिंग ठाकूर द्वारा लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह कोंढाली तथा चमेली उपवन में वन विभाग का विश्राम गृह हो। दोनो विश्राम भवन के आधुनिकीकरण तथा शुरू कराने की मांग की गई है‌. विधायक से मांगा की गयी है की वन विभाग और लोक निर्माण विभाग के अधिकार क्षेत्र में आने वाले दोनों विश्राम गृहों को वित्तीय योजना बनाकर जन उपयोगी कार्यों के लिए शुरू किया जाऐंगे. यह यह जानकारी काटोल उप विभागीय लोक निर्माण विभाग के उप विभाग अभियंता द्वारा दी गयी है.

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