– प्रतियोगिता के माध्यम से छात्र – नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों पर जागृति, आबासाहेब थोरात की जानकारी; महाराष्ट्र राज्यस्तर पर पहली बार आयोजन और लाखों के पुरस्कार
नागपुर :- विभिन्न धर्म, जाति, संस्कृति, भाषा में बिखरे भारतीय लोगों को एक सूत्र में पिरोते हुए स्वतंत्रता, समता, भाईचारा और सामाजिक न्याय की गारंटी हर एक भारतीय को देने का काम हमारा संविधान करता है। ऐसे महान संविधान के मूल्यों के प्रति लोगों में जागृति कराने के उद्देश्य से भारतीय संविधान विचार जागर स्पर्धा परीक्षा का राज्यस्तर पर आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी इलाईट सर्टीफिकेशन एन्ड इनोवेटीव सोलूशन्स (ईसीआईएस) के निदेशक आबासाहेब थोरात एवं स्वप्ना थोरात ने प्रेस वार्ता में दी।
बता दें कि, भारतीय संविधान को लागु होकर अब 75 वर्षों से भी अधिक समय बीत चुका है। ऐसे में आज भी इन मूल्यों की प्रासंगिकता और औचित्य बरकरार है। संवैधानिक मूल्यों को वाकई में छात्रों में अंकुरित कराए जाएं तो वाकई में भारत एक दिन महाशक्ति बनकर रहेगा। इसी उद्देश्य से इस परीक्षा का आयोजन किया गया है, जिसमें लाखो रुपयों के पुरस्कार और हर एक सहभागी को प्रमाण पत्र और पदक दिया जाएगा.
परीक्षा के संदर्भात में जानकारी देते हुए आबासाहेब थोरात ने कहा कि, महाराष्ट्र स्तरपर होनेवाली इस संविधान विचार जागर स्पर्धा परीक्षा 2025 में शामिल होनेवाले हर एक प्रतिभागी को संविधान की प्रति भेंट की जाएगी। प्रतियोगिता 3 अलग-अलग श्रेणीयों में आयोजित की जाएगी। इसमें गुट अ में कक्षा सातवीं से दसवीं के छात्र, गुट ब में 11वीं से स्नातक तक के छात्र शामिल रहेंगे, जबकि गुट क सभी के लिए खुला है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आॅनलाइन पंजीकरण आवश्यक है । तथा इसके लिए संस्था की वेबसाइट www.ecisindia.com उपलब्ध है। पुरस्कार तीनों समूहों में विभाजित किये जायेंगे। प्रथम पुरस्कार तीन लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार दो लाख रुपये तथा तृतीय पुरस्कार एक लाख रुपये नकद दिया जाएगा। इसके अलावा प्रोत्साहन के तौर पर भी कई सारे पुरस्कार दिए जाएंगे। संविधान विचार जागर प्रतियोगी परीक्षा 2025 के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया 91727 64707, 0253 – 4034082 इस नंबर पर संपर्क करने की अपील की है
महाराष्ट्र सरकार की ओर से ‘घर-घर संविधान’ उपक्रम शुरू किया गया है. इस परीक्षा के माध्यम से सरकार के इस उपक्रम को जन-जन तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। हर एक व्यक्ति में संविधान के प्रति जागरुकता बढ़ाते हुए एक समृद्ध और मजबूत राष्ट्र के निर्माण में सहयोग प्राप्त होगा। इसलिए इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए सभी प्रयास करें, ऐसा आवाहन आबासाहेब थोरात ने किया।
संगठन द्वारा इससे पहले राजर्षि शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले, भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर और महात्मा गांधी पर जिलास्तरीय परीक्षाओं का आयोजन किया गया था । इन परीक्षाओं के माध्यम से पूर्व मंत्री छगन भुजबल, छत्रपती संभाजीराजे भोसले, वरिष्ठ साहित्यकार उत्तम कांबले, प्रबोधनकार सत्यपाल महाराज, मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति संजीव सोनवणे, अभय तिलक आदि के हाथों शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को लाखों रुपए के पुरस्कार समारोहपूर्वक वितरित किए गए हैं। थोरात ने यह भी बताया कि महात्मा गांधी विचार जागरण प्रतियोगिता परीक्षा के लिए पुरस्कार वितरण जल्द ही किया जाएगा ऐसी जानकारी थोरात ने दी।
उन्होंने अधिक से अधिक नागरिकों से इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने और संविधान के बारे में साक्षर बनने की अपील की है।
परीक्षा सुविधाएँ
· राज्य में पहली बार सभी के लिए खुली परीक्षा
· परीक्षा ऑफलाइन होगी।
· कुल 100 अंकों की परीक्षा रहेगी
· बहुविकल्पीय प्रश्न 90 (प्रत्येक 1 अंक)
· दो वर्णनात्मक प्रश्न (प्रत्येक 5 अंक)
· कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी