– खिडकी दरवाजों की चोरी!
– बाकी बघा साहित्य घटना चूर
– ५७लाख सत्यानासीयों के भेट चढे
कोंढाली :- नागपूर जिले के काटोल तहसील में बोरखेडी – रिठी राजस्व क्षेत्र में जाम नदी मध्म प्रकल्प का निर्माण कार्य किया गया.
जाम नदी पर स्थापित जामनदी मध्यम प्रकल्प के निर्मिती कि मूल हेतू किसानों के खेती के सिंचाई है. लेकिन काटोल तहसील के काटोल नगर परिषद, काटोल तहसील एम आय डी सी,कोंढाली नरपंचाय के नागरिकों पेय जल आपुर्ति योजना का समावेश किया गया. यहाँ पर्यटन के लिये ५७लाख रूपयों कि मंजुरी के बाद यहाँ के पर्यटन हेतू निर्माणाधीन पर्यटन केंद्र के सुरक्षा तथा पर्यटन के लिये आवश्यक मनुष्यबल की नियुक्ती नही होने से यहां का पर्यटन केंद्र भवन पुर्णतः सत्यानाशीयों के भेंट चढ गया. यहाँ निर्माणाधीन पर्यटन केंद्र कि खिडकि, दरवाजे चोरों ने चुरा लिये, तथा यहां के बाकी साहित्य पुर्णतः चक्काचूर कर दिया गया है. हां यहाँ के कुध हिस्सों में शराबीयों द्वरा उपयोग में लाने से कुछ मदीरा की खाली बोतले पडी है. यह खाली बोतलें तथा आपत्ती जनक साहित्य बहूत कुछ दिखा रहा है.
जाम मध्यम प्रकल्प के पर्यटन केंद्र का सवा सत्यानाश होने पर भी
फिर भी संबंधित अधिकायों द्वारा इस कोई ध्यान नही होने से राज्य सरकार से ५७लाख का मंजूर पर्यटन केंद्र विकास निधी के कितना हिस्सा यहाँ खर्च किया गया यह जानकारी नही मिल पाई, लेकीन ५७रूपयों का निर्माण कार्य हुआ नहीं यह भी निश्चित है.
राज्य सरकार के जाम नदी पर्यटन कें पर कितना खर्च हुआ, फिल हाल सत्यानाश के भेट चढे यहाँ पर्यटन के लिये जबाबदारी किसकी इसकी जाधकारी सामाजिक कार्यकर्ता बाळासाहेब जाधव, राजदिपसिंह व्यास,बबलू बिसेन, दुर्गा प्रसाद पांडे,द्वारा मांगी गयी है.
पर्यटन केंद्र का निर्माण कार्य किया गया. जो निर्माण कार्य हूआ वह सत्यानाशीयो के (असामाजिक तत्वों) के भेंट चढ गया. इस पर अनेक सवाल उपस्थित किये जा रहा है. पर्यटन केंद्र के लिये आवश्यक मनुष्यबळ बल का आभाव. लाखों के पर्यटन के सुरक्षा के लिये सुरक्षक नहीं,पर्यटको के सेवा सुविधा हेतू खानसामा की नियुक्ती नहीं.
पर्यटन केंद्र को सुचारू ढंग से शासन नही चला सकती तो निजी संस्थाओं से मिलकर उन्हे चलाने के लिये देने का प्रयास करना चाहिए यह जानकारी पर्यटकों द्वारा दी गयी है.
इस विषय पर जाम नदी मध्यम प्रकल्प के उप विभागीय अधिकारी डी वाय ई भागवतकर से पुंछने पर बताया की जाम मध्यम प्रकल्प के पर्यटन केंद्र अपुर्ण निर्माण कार्य तथा दुरावस्था की जानकारी वरिष्ठ अधिकारीयों को दे दी गयी है.