नागपूर :- अमृत काल का दूसरा बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का मोदी सरकार के सर्वांगीण सर्वस्पर्शी व सर्वसमावेशी विकसित भारत 2047 की संकल्पना सिद्धि की ओर एक और कदम है .
अंतरिम बजट में टैक्स रेट्स में कोई भी बदलाव न करना अच्छा है, जुलाई २०२४ में आने वाले पूर्ण बजट में टैक्स का भार कम होने की अपेक्षा है .
11.1 लाख करोड़ का पूंजीगत व्यय अर्थव्यवस्था के पहियों को गतिमान रखेगा, वित्तीय घाटे को 5.1 % तक सीमित रखना भी बहुत अच्छा कदम है इससे वित्तीय वर्ष 2026 में वित्तीय घाटे के 4% पर पहुंचने का अनुमान शेयर बाजार को भा रहा है .
सरकारी बैंक, डिफेन्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, कैपिटल गुड के क्षेत्र के लिए बजट फायदेमंद है .
प्रतीक प्रमोद बागड़ी
शेयर्स ब्रोकर, वित्तीय सलाहकार.बागड़ी वेल्थ.