– विदर्भ अन – एडेड इंजिनियरिंग कॉलेजेस मॅनेजमेंट असोसिएशन ने राज्य के मुख्य सचिव से मांग की है कि वे यथाशिघ्र शिष्यवृत्ती की रक्कम की अदायगी करे।
नागपूर :- महाराष्ट्र शासन द्वारा शैक्षणिक सत्र २०२३-२४ के विमुक्त जाती (VI), भटक्या जमाती (NT), विशेष मागासवर्गीय वर्ग (SBC) तथा इतर मागासवर्गीय वर्ग (OBC) के विद्यार्थीयो को दी जानेवाली शिक्षण शुल्क शिष्यवृत्ती (Tution Fee Scholarship) की रक्कम का भुगतान अचानक रोक देने से राज्य के सभी अभियांत्रिकी (Engineering), तंत्रनिकेतन (Polytechnic), आर्किटेक्बर, फार्मसी, एम.बी.ए. (MBA), वैद्यकीय शिक्षण, इत्यादी महाविद्यालयो की आर्थिक हालत फिर से गंभीर हो गई। गई। महाराष्ट्र शासन ने महाविद्यालयो को आश्वस्त किया था की इस शैक्षणिक वर्ष २०२३-२४ के विद्यार्थीयो की शिष्यवृत्ती का संपूर्ण भुगतान ३१ मार्च, २०२४ के पहले कर दिया जायेगा। संपूर्ण देश लोकसभा चुनाव में व्यस्त है। लोकप्रतिनिधी, आमदार, खासदार, मंत्री सभी चुनाव प्रचार में जुटे हुए है तथा चुनाव की आचार संहिता लागू रहते वे महाविद्यालयों के इस आर्थिक संकट के समय किसी भी प्रकार की मदत व सहयोग करणे में असमर्थता जता रहे है। ऐसे में राज्य के सभी महाविद्यालयो के समक्ष प्रश्न निर्माण हो गया कि वे अपने इस गंभीर समस्या को कैसे सुलझाये।
विदर्भ अन – एडेड इंजिनियरिंग कॉलेजेस मॅनेजमेंट असोसिएशन द्वारा दिनांक १ मार्च २०२४ को मेघे ग्रुप ऑफ इन्स्टिट्यूशन्स के अत्रे लेआऊट स्थित सभागृह मे सभी संस्था चालको, संचालक तथा मुख्याद्यापको की आयोजित सभा में महाराष्ट्र राज्य के उच्च व तंत्रशिक्षण मंत्री चंद्रकांत पाटील ने जाहीर किया था की इस वर्ष शैक्षणिक सत्र २०२३-२४ के सभी प्रवर्ग के विध्यार्थीयो की शिक्षण शुल्क शिष्यवृत्ती (Tution Fee Scholarship) की रक्कम संबंधित महाविद्यालयों के बैंक खातो मे ३१ मार्च २०२४ के अंत ताक भुगतान कर दिये जायेंगे। मई का महिना शुरु हो गया। परंतु अभी तक विमुक्त जाती (VJ), भटक्या जमाती (NT), विशेष मागासवर्गीय वर्ग (SBC), तथा इतर मागार्सवर्गीय वर्ग (OBC) प्रवर्ग (Category) के विद्यार्थीयो को शिक्षण शुल्क शिष्यवृत्ती (Tution fee Scholarship) की रक्कम की अदायगी नही कि गई। ना हि इन प्रवर्ग के विद्यार्थीयो को दिया जाने वाला निर्वाह भत्ता (Maintenance Scholarship), परीक्षा शुल्क (Exam fee), इत्यादी रक्कम का भी भुगतान भी नहीं किया गया । विद्यार्थीयो को भी आर्थिक संकट से गुजराना पड रहा है। उनमे भी असंतोष का वातावरण निर्माण है।
महाविद्यालयो को शिष्यवृत्ती की रक्कम ना प्राप्त होने से शिक्षक व गैरशिक्षक (Teaching & Non- Teaching staff) कर्मचारीयो के वेतन में विलंब होने, भविष्य निधी (PF), टी डी एस (TDS) इत्यादी के समय पर भुगतान नही कर पाने जैसे समस्याओ से महाविद्यालयो को गुजरना पड रहा है।
विदर्भ अन एडेड इंजिनीरिंग कॉलेजेस मॅनेजमेन्टस असोसिएशन के महासचिव अविनाश दोरसटवार ने मांग की है कि महाराष्ट्र राज्य के मुख्य सचिव तथा संबंधित मागासवर्ग के विभागों के प्रधान सचिवों ने यथाशीघ्र शिष्यवृत्ती की रक्कम को महाविद्यालयो के बैंक खातो मे वितरित करणे हेतू ठोस कदम उठाने चाहिये। शिष्यवृत्ती की रक्कम का वितरण सार्वजनिक लोकसभा चुनाव के आचार संहिता के उल्लंघन मे नही आता है। अतः यह रक्कम बिना विलंब किये वितरित किए जाए।