-गंगा तट बाबूघाट मे चिकित्सा शिबीर और ठहरने की सुविधा उपलब्ध
नागपूर – अखिल भारतीय मानव धर्म आत्मानुसंधान सेवा मंडल और आल इंडिया सोसल आर्गनाईजेशन के संयुक्त तत्वावधान मे शिव-शक्ति-काली के उपासक भक्तों का जत्था गंगासागर कोलकाता के लिये रवाना हो रहा हैl सरकार द्वारा निर्धारित शर्तों के साथ कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta high court) की इजाजत के बाद आज से पश्चिम बंगाल में मशहूर गंगासागर मेला शुरू हो गया है. इस बार गंगासागर मेला (Gangasagar Mela 2022) 16 जनवरी तक चलेगा. हर साल मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) के अवसर पर बंगाल में गंगासागर मेला लगता है. देश में कोरोना (Corona) विस्फोट के मद्देनजर इस बार गंगासागर मेला रद्द (Cancel) होने की आशंका थी. इस संबंध में कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी लेकिन कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ इस मेले के आयोजन की अनुमति दे दी.
कोर्ट में पश्चिम बंगाल की सरकार (West Bengal Government) के आश्वासन के बाद यह अनुमित दी है. इसके बाद शनिवार से गंगासागर मेले का विधिवत आयोजन शुरु हो गया हैl ज्ञातव्यावर है कि मकर संक्रांति के दिन गंगासागर में डुबकी लगाने का विधान है. इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाया जा रहा है.
शर्तों के साथ कोर्ट ने दी मेले की इजाजत
दरअसल, कोरोना और ओमिक्रॉन (Omicron) के बढ़ते मामले को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट में गंगासागर मेले पर रोक लगाने के लिए याचिका दी गई थी, लेकिन राज्य की ममता सरकार ने अदालत में हलफनामा देकर कोर्ट से अनुरोध किया कि राज्य सरकार मेले में कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रही है, इसलिए मेले की अनुमति दी जाए. सरकार ने कहा, टेस्टिंग से लेकर वैक्सीनेशन तक मेले में सारे इंतजाम हो गए हैं. सरकार कोरोना नहीं फैलने देने के लिए प्रतिबद्ध है. राज्य सरकार से आश्वासन मिलने के बाद हाईकोर्ट ने शर्तों के साथ इस मेले की इजाजत दे दी.
कोर्ट ने तीन सदस्यों की कमेटी बनाई
कोर्ट ने कहा पश्चिम बंगाल के गृह सचिव सुनिश्चित करेंगे की मेले के दौरान कोरोना मानकों का पूरी तरह पालन हो. कोर्ट ने तीन सदस्यों की कमेटी बनाई है, जो इस बात पर नजर रखेगी कि नियमों का पालन हो भी रहा है या नहीं. कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) ने सरकार (West Bengal government) को निर्देश दिया है कि वह मेला स्थल सागर द्वीप को 24 घंटों के भीतर ‘नोटिफाइड एरिया’ घोषित करे. सागर द्वीप को नोटिफाइड एरिया घोषित करने पर राज्य को जरुरत के अनुरुप तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और कल्याण के संबंध में कदम उठाने का अधिकार प्राप्त हो जाएगा.
कोलकाता हाईकोर्ट ने जताई चिंता
मकर संक्रांति के मौके पर गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम स्थल गंगासागर में करीबन 50 लाख श्रद्धालु,संत महात्मा,नांगा साधु और पर्यटकों के डुबकी लगाने की संभावना है. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए इस बात की चिंता है कि कहीं मेले में कोरोना विस्फोट न हो जाए. कोर्ट ने इस बात पर चिंता जताई कि इतने सारे श्रद्धालु जब गंगा में डुबकी लगाएंगे तो नदी के पानी के माध्यम से कहीं कोरोना का संक्रमण वहां रह रहे रिहाइशी लोगों को संक्रमित न कर दे. इस पर राज्य के महाधिवक्ता एस एन मुखर्जी ने कहा कि सागर द्वीप पर रह रहे लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी है और डायमंड हार्बर पर पॉजिटिविटी रेट अंडर कंट्रोल हैl
विश्राम,भोजन चिकित्सा की व्यवस्था बाबूघाट मैदान मे
संगठन के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ समाज सेवी पत्रकार श्री टेकचंद सनोडिया शास्त्रीय के अनुसार 12 जनवरी को नागपूर से गीतांजली एक्सप्रेस,मुबई हावडा एक्सप्रेस.कामाख्या एक्सप्रेस तथा कर्मभूमि एक्सप्रेस से करीबन 5000 भक्तों का जत्था रवाना हो रहा हैlसभी भक्तों को ठहरने के लिए कोलकाता में गंगा तट पर स्थित बाबूघाट मैदान मे अनेक सुविधा जनक विशाल शिबिर उपलब्ध कराये गये हैl यह शिबीर कोलकाता की अनेक राजनैतिक सामाजिक धार्मिक व व्यापारिक संगठनों की ओर से उपलब्ध कराया जाता है। जहां सुविधा युक्त ठहरने की आरामदायक व्यवस्था विशाल शिबीर उपलब्ध कराये गये है। वहां यात्रियों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर में रोगनिदान ,स्वास्थ्य उपचार न औषधियां उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अलावा श्रृद्धालुओं के लिए उत्तम व शाकाहारी भोजन महाप्रसाद एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था तथा जगह जगह महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग-अलग स्नानगृह शौचालय और पेशाबघर उपलब्ध करवाये गये है। संपूर्ण गंगासागर मेला परिसर में बड़ा पुलिस नियंत्रण कक्ष और मेला में जगह जगह बड़ी संख्या में पुलिस सुरक्षादल तैनात तथा जगह जगह तगडा बंदोबस्त व सीसीटीवी फुटेज कैमरे लगाए गए है।