मंदिरों की समस्या सुलझाने के लिए राज्यभर से मंदिर विश्वस्त हुए एकत्र !
नागपूर :- मंदिर हिन्दू धर्म की शक्ति एवं भक्ति केंद्र हैं; परंतु आज अनेक मंदिरों का सरकारीकरण होने से आधुनिक गजनी वहां की भूमि, संपत्ति, आभूषण लूट रहे हैं; परंतु दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई होते हुए दिखाई नहीं देती । धार्मिक विधि-प्रथा परंपराओं में अयोग्य पद्धति से हस्तक्षेप एवं परिवर्तन किया जा रहा है । ऐसे समय पर अपने ‘प्राचीन भारतीय मंदिर संस्कृति’की रक्षा होने हेतु सर्व मंदिरों का प्रभावी संगठन हो, मंदिरों की विविध समस्याओं पर उपाय योजना बनाना, इसके साथ ही मंदिरों का सुप्रबंधन हो, इस उद्देश्य से ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’का आयोजन किया गया है । इस परिषद में महाराष्ट्र के अनेक मंदिरों के विश्वस्त, पुरोहित, मंदिरों से संबंधित कार्य करनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता, लेखापरीक्षक एवं अधिवक्ता भारी संख्या में एकत्र आनेवाले हैं । ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ एवं ‘श्री गणपति मंदिर देवस्थान विश्वस्त मंडल’, पद्मालय, जलगांव की ओर से 4 एवं 5 फरवरी 2023 को ‘श्री सुदर्शन मॉटेल्स, जलगांव’ में मंदिर परिषद आयोजित की गई है, ऐसा हिन्दू जनजागृति समिति ने प्रसिद्धिपत्रक में कहा है ।
इस मंदिर परिषद में नागपूर से राम नारायण मिश्र (संरक्षक, श्री साईबाबा सेवा संस्थान शिर्डी), दिलीप कुकडे (विश्वस्थ श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर बाबुलखेडा, नागपूर), नारायण पराते (विश्वस्थ श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर, बाबुलखेडा, नागपूर), सदानंद साधू (सचिव श्री विठ्ठल रुक्मिणी देवस्थान कोडण्यपूर, अमरावती), वासू तोलानी (सदस्य उदासीमठ) उपस्थित रहेंगे | श्रीक्षेत्र भीमाशंकर देवस्थान, अष्टविनायक मंदिर ट्रस्ट, जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज संस्थान श्रीक्षेत्र देहू, श्री तुळजापूर देवस्थान पुजारी मंडल, श्री मुंबादेवी मंदिर मुंबई, श्री रेणुकामाता मंदिर माहूर, श्री कानिफनाथ देवस्थान मढी, पुरोहित संघ श्रीक्षेत्र त्र्यंबकेश्वर नासिक, श्री गणपती मंदिर देवस्थान मंडल पद्मालय जळगाव, श्रीराम मंदिर जळगाव, श्री मंगलग्रह सेवा संस्थान अमळनेर, सातपुडा निवासीनी श्री मनुदेवी सेवा प्रतिष्ठान, श्री भद्रा मारुति संस्थान संभाजीनगर, संत गुलाबबाबा देवस्थान अमरावती, श्री गणाचार्य मठ संस्थान मुखेड नांदेड, श्रीस्वामीनारायण मंदिर जळगाव, नवकार जैन टेम्पल ट्रस्ट एवं केरळीय क्षेत्र परिपालन समिती मुंबई, श्री व्यंकटेश कॉलेज देऊळगाव राजा ट्रस्टी संभाजीनगर आदि प्रतिनिधी उपस्थित रहेंगे । प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट एवं काशी की ज्ञानवापी के लिए लडनेवाले ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, ‘सनातन संस्था’के धर्मप्रचारक सद्गुरु नंदकुमार जाधव, ‘सनातन संस्था’के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस, ‘हिन्दू जनजागृति समिति’के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे एवं समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ संगठक सुनील घनवट भी उपस्थित होंगे ।
अयोध्या में श्रीराममंदिर का भव्य निर्माणकार्य उत्साह में शुरू है, यह हिन्दुओं के लिए आनंद की बात है; परंतु दूसरी ओर हिन्दुओं के अनेक मंदिरों पर हो रहे आघातों को रोकना भी आवश्यक हो गया है । इसलिए दो दिवसीय मंदिर परिषद में ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट’ एवं ‘काशी- मथुरा-भोजशाला मुक्तिसंघर्ष’, ‘मंदिरों की वस्त्रसंहिता’, ‘मंदिरों की पूजाअर्चा : अडचनें एवं उपाय’, ‘मंदिरों से धर्मशिक्षा एवं धर्मपालन का प्रचार’, ‘मंदिरों की कानूनी अडचनें एवं उपाय’, ‘मंदिरों के रक्षणार्थ किया संघर्ष’ आदि विषयों पर मान्यवरों का उद्बोधन तथा इन सर्व विषयों पर चर्चा होने के पश्चात अगली दिशा निर्धारित की जानेवाली है । इस परिषद में मंदिर संस्कृति के रक्षणार्थ महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव भी संमत किए जानेवाले हैं ।