नागपुर :- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय (विशेष) का रेशीमबाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन परिसर के महर्षि व्यास सभागार में सोमवार को उद्घाटन हुआ। इस दौरान सहसरकार्यवाह डाॅ. कृष्णगोपाल, अ. भा. सहसेवा प्रमुख एवम् वर्ग पालक अधिकारी राजकुमार मटाले तथा जोधपुर प्रांत संघचालक एवम् वर्ग के सर्वाधिकारी हरदयाल वर्मा उपस्थित थे । उन्होने भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की । इस अवसर पर सहसरकार्यवाहद्वय मुकुंद और रामदत्त भी उपस्थित थे।
इस वर्ष के वर्ग में देशभर से 868 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए है । 40 वर्ष से अधिक आयु के शिक्षार्थी इस में सहभागी हुए है। यह वर्ग अगले 25 दिनो तक चलेगा । आगामी 12 दिसंबर को दीक्षांत पश्चात वर्गका समापन होगा । इस प्रशिक्षण वर्ग में सामाजिक जागरूकता एवं सामाजिक परिवर्तन पर प्रशिक्षण दिया जाता है। देश भर से आए शिक्षार्थियों को राजकुमार मटाले ने संबोधित किया ।
डॉ. हेडगेवार और श्रीगुरुजी की तपोभूमि में शुरू हुआ यह विशेष वर्ग ऐतिहासिक है । संघ शिक्षा वर्ग की नई संरचना के अनुसार यह विशेष वर्ग पहली बार आयोजित किया जा रहा है। यह वर्ग राष्ट्रीय एकता एवं सहजीवन की भावना देता है। संघ प्रणाली में प्रशिक्षण वर्ग अत्यंत महत्त्वपुर्ण है । अतः जैसे-जैसे कार्य आगे बढ़ा, विभिन्न प्रान्तों में प्रशिक्षण वर्ग प्रारम्भ किये गये।
संघ की स्थापना 1925 मे हुई और प्रशिक्षण वर्ग की शुरुवात 1927 में हुई थी । उस समय 17 शिक्षार्थीयों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था । आपातकाल में लगे प्रतिबंध अवधि और कोरोना काल को छोड़कर संघ के प्रशिक्षण वर्ग का हर साल आयोजन किया गया । समय के साथ प्रशिक्षण वर्ग की अवधि और पाठ्यक्रम में युगानुकुल बदलाव किया गया। आज के परिप्रेक्ष्य में कार्यकर्ता की विचारधारा, भूमिका, कार्य पद्धति की स्पष्टता, प्रतिबद्धता, उसके सामने आने वाली चुनौतियों को कैसे स्वीकार किया जाए और समाज में सकारात्मक परिवर्तन कैसे लाया जाए, यह इसमें प्रस्तुत किया गया है।
आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा मोहिते शाखा से शुरू किया गया संघ का कार्य आज देशव्यापी हो गया है। स्वामी विवेकानंद के कथन अनुसार किसी भी पवित्र प्रामाणिक कार्य को पहले उपेक्षा, उपहास, विरोध फिर स्वीकृति मिलती है । वैसे ही शुरुआती दौर में संघ कार्य की उपेक्षा व उपहास उड़ाया जाता था। आज संघ कार्य को सर्वदुर स्वीकार्यता मिली है। यहां तक कि जो लोग सार्वजनिक रूप से संघ कार्य का विरोध करते हैं, वे आज निजी तौर पर इसकी प्रशंसा करते हैं। समाज जागरण के पांच परिवर्तन के विषय के क्रियान्वयन के लिए क्षमता बढ़े, सिद्धता हो ताकि राष्ट्र निर्माण के कार्य को गति मिले । ऐसा राजकुमार मटाले इन्होंने संबोधन में कहा ।
कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय (विशेष) पदाधिकारी
सर्वाधिकारी – हरदयाल वर्मा
वर्ग कार्यवाह – मनसुख लाल सेठिया
वर्ग पालक – राजकुमार मटाले
मुख्य शिक्षक – संजीवन
सह मुख्य शिक्षक – सुनील देसाई
बौद्धिक प्रमुख – अनम
सह बौद्धिक प्रमुख – राणा प्रताप
सेवा प्रमुख – राजेश देशकर
व्यवस्था प्रमुख – सत्यवान डमभारे
सह व्यवस्था प्रमुख – गणपती गरकाटे