– युवा प्रतिभाशाली गायक अभिजीत अपस्तंभ द्वारा दी गई शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति
– सुमधुर गायन से श्रोता मंत्रमुग्ध
नागपूर :- “आज़ादी का अमृत महोत्सव” के अंतर्गत दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर द्वारा दिनांक 11 दिसंबर 2022 रविवार को प्रातः 6.30 बजे दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र परिसर में लोकप्रिय प्रातःकालीन संगीत सभा ‘ब्रह्मनाद’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन मे नांदेड़, महाराष्ट्र के प्रसिध्द युवा शास्त्रीय गायक अभिजीत अपस्तंभ द्वारा शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी गई|
प्रातःकालीन संगीत सभा ‘ब्रह्मनाद’ विगत 8 वर्षो से केंद्र द्वारा आयोजित किया जा रहा है| यह एक मात्र कार्यक्रम है जिसमे दर्शको को प्रात: कालीन राग सुनने मिलते है| केंद्र द्वारा इस कार्यक्रम के माध्यम से युवा पीढ़ी को इन रागो से अवगत करने एवं युवा प्रतिभाओ को अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है| आप सभी कला प्रेमियो एवं दर्शको से निवेदन है की इस संगीत सभा मे आगामी दिनों मे भारी संख्या मे उपस्थित रहकर कलाकारो को प्रोत्साहित करे|
अभिजीत अपस्तंभ 2008 से 2011 तक विश्वविख्यात आय. टी. सी. संगीत रिसर्च अकादमी, कोलकाता की शिष्यवृत्ती मिली, इसके अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पटियाला घराने के वरिष्ठ गायक पद्मश्री पं. अजय चक्रवर्ती से संगीत की शिक्षा प्राप्त की है| शास्त्रीय गायन मे आकाशवाणी के ‘अ’ श्रेणी के एवं मराठी नाट्य संगीत मे आकाशवाणी के ‘ब’ श्रेणी के कलाकार है| अभिजीत अपस्तंभ संगीत मे एम.ए (सुवर्ण पदक), गायन मे संगीत अलंकार एवं संगीत मे नेट परीक्षा उत्तीर्ण है| आप कई पुरस्कारों से सम्मानित है| साथ ही इन्होने देश मे आयोजित कई संगीत समारोह व कार्यक्रमों मे अपनी प्रस्तुतियाँ दी है|
इस संगीत सभा का शुभारंभ इ.एम रेव्हीन्यू सर्विसेस के निदेशक दीपक जोशी, सुप्रसिध्द गायक रत्नाकर अपस्तंभ, दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के निदेशक डॉ. दीपक खिरवडकर एवं सहायक निदेशक (कार्यक्रम) दीपक कुलकर्णी द्वारा दीपप्रज्वलन कर किया गया| कलाकारो का सम्मान शॉल, स्मृति चिन्ह एवं पुस्तक देकर किया गया|
अभिजीत अपस्तंभ ने अपने गायन का प्रारंभ “राग भटियार” की सुमधुर प्रस्तुति से किया| इसके पश्चात इन्होने झपताल मे बंदिश “आनंद करो घड़ी मंगल की आई”, “मै तो तेरो नाम जपता हूँ”, राग अहीर ललित मे गुरु ज्ञानप्रकाश घोष जी की बंदिश “जाग जाग सजनी” एवं पंडित सी. आर व्यास जी की बंदिश “जारे जारे जा कगवा” की मनमोहक प्रस्तुतियाँ देकर किया| इन्होने अपने गायन का समापन नाट्य गीत “घेइ छंद मकरंद”, कबीर भजन “साई से लगन” की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति से किया|
लोकप्रिय प्रातःकालीन संगीत सभा ‘ब्रह्मनाद’ इस कार्यक्रम मे इन्हे तबले पर नागपुर के प्रसिध्द तबला वादक श्री राम खडसे एवं संवादिनी पर श्रीकांत पिसे द्वारा साथ संगत की गई| इस संगीत सभा का सूत्रसंचालन श्वेता शेलगांवकर द्वारा किया गया|
इस प्रातःकालीन संगीत सभा का दर्शको ने भारी संख्या मे उपस्थित रहकर आनंद लिया। जिन्होने कलाकारो की प्रस्तुति को काफी सराहा।