– 7 दिसंबर से नागपुर में शीतकालीन अधिवेशन
नागपुर :- दिसंबर महीने की 7 तारीख (7 December) से पूरी सरकार (Maharashtra Government) उपराजधानी नागपुर (Nagpur) में होगी। शीतकालीन अधिवेशन (Winter Session) के लिए सरकार आ रही है और स्वागत के लिए उपराजधानी को तैयार किया जा रहा है।
खासकर सिविल लाइन्स परिसर में जोरशोर से कार्य चल रहा है। मंत्रियों के आवास रविभवन में स्थित बंगलों के रंगरोगन, फर्नीचर बदलने, मॉडलर किचन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। गार्डन की भी साफ-सफाई हो चुकी है। बंगलों के सामने अब पांडाल लगाने का कार्य चालू है।
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी सरकार के स्वागत में कोई कमी नहीं रह जाए इसका विशेष ध्यान रख रहे हैं। हर चीज चमकाई जा रही है कि कहीं सरकार को खामी नजर आई तो गाज उन पर ही गिरेगी। किचन से लेकर रेलिंग तक चकाचक किया जा रहा है। बड़े पैमाने में मजदूर व कारीगरों को लगाया गया है। ठेकेदारों को विशेष हिदायद दी गई है कि 1 दिसंबर तक सारे काम पूरे हो जाने चाहिए।
DCM पवार का बंगला
सेकंड डीसीएम अजीत पवार के बंगले का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। बंगले के रोड का काम शुरू है। देवगिरी हैदराबाद हाउस में भी करीब 80 फीसदी काम हो चुके हैं। कुछ बंगलों में फिनिशिंग टच चल रहा है। पंडाल लगने के बाद फिर फर्नीचर की व्यवस्था की जाने वाली है। नागभवन में तैयारी जोरों से चल रही है। बंगलों के रंगरोगन का काम चल रहा है। बाहर-भीतर सब नया-नया नजर आ रहा है। फिलहाल सिविल लाइन्स की कुछ सड़कों के सीमेंटीकरण का कार्य शुरू है जिसे अधिवेशन के पूर्व कम्पलीट करने के निर्देश दिये गए हैं जो डामर रोड उखड़े हुए हैं उसे चिकना करने का कार्य भी शुरू किया जाएगा। सरकार के जिन-जिन सड़कों से गुजरने की संभावना है उसका नया डामरीकरण किया जाएगा ताकि सरकार को जरा भी झटके न लगे।
खास होगा इस बार का सत्र
इस बार का शीत सत्र कुछ खास होने की चर्चा शुरू हो गई है क्योंकि इस सत्र के बाद सभी पार्टियां चुनावी तैयारियों में जुट जाएंगी। इस सत्र में जहां सरकार का रूप भी बदला नजर आएगी क्योंकि शिंदे सेना के बाद अजीत पवार की राकां भी अब सरकार में शामिल है। मंत्री भी बढ़ गए हैं। मतलब जो बीते वर्ष विपक्ष में थे उनका एक धड़ा अब सत्ता पक्ष में है। सदन में भी चित्र अलग होगा और परिसर का वातावरण भी अलग होगा। चुनाव के पहले होने वाले इस सत्र में सत्तापक्ष के सामने कई तरह की चुनौतियां भी हैं। उपराजधानी में सरकार जनता के लिए क्या घोषणाएं करती हैं यह भी देखना होगा। विपक्ष की आक्रामक भूमिका भी इस बार और तेज नजर आने वाली है। बहरहाल उपराजधानी तो सरकार के लिए तैयार हो रही है।