-ओला उबर टैक्सी चालकों की समस्याओं पर लिया संज्ञान
नागपूर :- पिछले 4 सालों से शहर के हजारों ओला उबर टैक्सी चालक एप बेस्ड एग्रीगेटर कंपनी के शोषण से काफी त्रस्त हैं.एप बेस्ड टैक्सी कंपनियों द्वारा टैक्सी चालकों के लिए कम सुविधाएं और यात्रियों को ज्यादा सुविधाएं टैक्सी देना टैक्सी चालकों को रास नहीं आ रहा हैं.
कम मुनाफा,यात्रियों के रेल्वे स्टेशन,बस स्थानक,एअरपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर पिक अप की असुविधा,वाहन पार्किंग की समस्या,टैक्सी चालकों और उनके परिवार के भविष्य की सुरक्षा,जीवन बीमा,दुर्घटना बीमा,चिकित्सा सुविधा, बच्चों की शिक्षा जैसे कई आवश्यक मुद्दों पर कंपनी द्वारा अनदेखी करने और शासन प्रशासन द्वारा इन एग्रीगेटर कंपनी की ज्यादतियों पर लगाम नहीं लगाने से नागपुर शहर सहित राज्य के सभी टैक्सी चालक परेशान हैं.
इन पीड़ित टैक्सी चालकों और राज्य के टैक्सी चालकों के संगठनों ने कई बार सड़कों पर उतरकर आंदोलन किये.मंत्रियों-संत्रियों को कई बार ज्ञापन सौंपा.लेकिन एग्रीगेटर कंपनी के मालिकों और शासन प्रशासन के कानों तक जूं तक नहीं रेंगी.
टैक्सी चालकों की इन्हीं समस्याओं को लेकर विदर्भ एप बेस्ड वर्कर्स युनियन पिछले 4 लगातार संघर्ष कर रहा हैं.
युनियन के सदस्य दीपक साने के आग्रह पर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजाभाऊ गीते ने साने और युनियन के सदस्यों को अमरावती में 27 जुलाई को चर्चा के लिए आमंत्रित किया था.परिवहन अधिकारी गीते ने युनियन के सदस्यों को मंगलवार को नागपुर दौरे पर इन्हीं मुद्दों पर चर्चा करने के लिए दोपहर को सिविल लाइन्स के कार्यालय में बुलाया था.जहाँ युनियन के सदस्य दीपक साने के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने परिवहन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
बैठक के दौरान गीते ने आरटीओ अधिकारी प्रशांत रामटेके को सभी एग्रीगेटर कंपनीयों के प्रतिनिधियों को नोटिस भेजकर संयुक्त बैठक में उपस्थित रहने के आदेश जारी किये.
काली पीली टैक्सी संबंधित आरटीओ के नियमों और शासकीय टैक्सी भाड़ा दर पत्रकों की जांच पड़ताल करके पीड़ित टैक्सी चालकों की समस्याओं का हल निकालने के आदेश दिये.बैठक में आरटीओ अधिकारी हर्षल डहाके भी उपस्थित थे.
बैठक में युनियन के सदस्य दीपक साने,रामेश्वर शाहू, आशीष उमरकर,श्रीसाथी वाघ,मिलिंद ठवरे आदि सदस्य शामिल थे.