– बाबा ताजुद्दीन के सालाना उर्स पर मौलाना हाशमी मियां के उदगार
नागपुर :- हजरत बाबा सैयद मोहम्मद ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैहि का सालाना उर्स उत्साहपूर्ण आरम्भ हुआ. उर्स क उपलक्ष्य में हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट की ओर से दरगाह के समक्ष तैयार डोम में देश के प्रख्यात मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैयद मोहम्मद हाशमी मियां की तकरीर का कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस अवसर पर मौलाना सैयद मोहम्मद नूरानी मियां, मौलाना सैयद मोहम्मद सुब्हानी मियां सहित हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे खान, सचिव ताज अहमद राजा, उपाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र जिचकार, ट्रस्टी हाजी फारुख बावला, मुस्तफ़ाभाई टोपीवाला, बुर्जिन रंडेलिया, खादिम हाजी इमरान ताजी, गजेंद्रपाल सिंह लोहिया एवं ताजाबाद दरगाह ख़ुद्दाम कमेटी के अध्यक्ष सैयद मोबीन ताजी उपस्थित थे. मंच संचनल गयासुद्दीन अशरफी ने किया.
मौलाना सैयद हाशमी मियां ने संबोधित करते हुए कहा की एक ही परिवार में दो विचार के लोग हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इसी तरह बाहर से जो मुसलमान हिंदुस्तान में आए उनमें भी दो प्रकार के लोग थे एक तलवार लेकर आए और एक जिन्होंने मानवीयता, प्रेम और सौहार्द्र पैगाम देने वाले दीन अर्थात इस्लाम की विचारधारा को साथ लाया.
उन्होंने कहा कि जो मुसलमान हिंदुस्तान में जमीन के लिए आया, तलवार लेकर लोगों की गर्दन काटता हुआ खून बहाता हुआ आया, दिल्ली पर कब्जा जमाने आया वह बाबर जहीरूद्दीन था. लेकिन जिन्होंने दिन अर्थात इस्लाम और उसकी मानवतावादी विचारधारा को साथ लाया वे ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती थे. मौलाना हाशमी मियां ने कहा कि इस्लाम को न ही बाबर ने फैलाया और न ही उसके बाप ने. इस्लाम का प्रसार लोगों तक ख्वाजा मोईनुद्दीन और उनके बाद सूफियों ने बढ़ाया है. इसी प्रकार बाबा ताजुद्दीन ने नागपुर में इस्लाम की विचारधारा को लिए हर वर्ग, धर्म समाज के दिलों में जगह बनाई और मानव समाज को जोड़ने का काम किया. हम सभी को आज बाबा ताजुद्दीन के इन्हीं विचारों को लेकर सबको जोड़ने की कोशिश हमेशा करनी चाहिए. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
वडेटटीवार ने पेश की चादर
विधान सभा में विपक्ष के नेता विजय वडेटटीवार ताजाबाद दरगाह पहुंचकर बाबा ताजुद्दीन की मजार के दर्शन किए और चादर पेश की. इस दौरान ताजाबाद ट्रस्ट के अध्यक्ष ताज अहमद राजा, इमरान खान ताजी, तनवीर खान कट्टनिवाले ने वडेटटीवर की दत्तरबन्दी कर स्वागत किया.