– बाबा ताजुद्दीन के सालाना उर्स पर मौलाना हाश्मी मियां की तक़रीर कार्यक्रम का सफल आयोजन
नागपुर :- हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के तत्वावधान में ताजबाग में बाबा सैयद मोहम्मद ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के १०२वें सालाना उर्स के अवसर पर विश्व प्रसिद्ध इस्लामी धर्मगुरु मौलाना सैयद हाश्मी मियां की तक़रीर का आयोजन किया गया. इससे पूर्व दरगाह में मिलाद शरीफ हुआ. तक़रीर कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मदरसा जामिया अरबिया इस्लामिया के मुफ़्ती अब्दुल कदीर खान, मौलाना समदानी मियां, हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेकरमैन प्यारे खान, उपाध्यक्ष डॉ सुरेंद्र जिचकार, सचिव ताज अहमद राजा,ट्रस्टी हाजी फरूख बावला, गजेंद्रपाल सिंह लोहिया, इमरान खान ताज़ी, मुस्तफा टोपीवाला आदि उपस्थित थे. मंच संचालन गयासुद्दीन अशरफी ने किया.
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए धर्मगुरु मौलाना सैयद हाश्मी मियां ने कहा की हिन्दुस्तान एक ऐसा मुल्क है जो पूरी दुनिया की विशेषताओं को समेटे हुए है. यहां अलग अलग मौसम, वातावरण वाले इलाके है, इसी तरह यहाँ कई धर्मों और विचारों के लोग है. लेकिन सब बड़े प्यार से मिलकर रहते है, क्यूंकि यहीं इस देश की सबसे खूबसूरत संस्कृति है और यह तालीम हमें सूफी संतों से मिली है. सूफी संतों ने देश को सर्वधर्म समभाव की शिक्षा दी है. मानव कल्याण की तालीम दी है.
मौलाना हाश्मी मियां ने कहा की बाबा ताजुद्दीन ने भी सभी को मानवता की तालीम दी. आज उनके दरगाह पर पूरी दुनिया से लोग आते है. इनमे हिन्दू-मुस्लिम सभी शामिल होते है. हम सब को सूफी संतों द्वारा गताये गए मार्ग पर चलकर प्रेम से मिलकर रहना चाहिए, इससे देश की उन्नति होगी.