मुंबई :- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि ग्रामीण महाराष्ट्र के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों, विशेषकर मुंबई महानगर क्षेत्र की झुग्गी बस्तियों में कुपोषण मुक्ति अभियान प्रभावी ढंग से चलाया जाए।
सह्याद्री अतिथिगृह में महिला एवं बाल विकास विभाग के आगामी 100 दिनों में किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा मुख्यमंत्री श्री फडणवीस ने की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार विभाग मंत्री मंगलप्रभात लोढा, महिला एवं बाल विकास मंत्री आदिति तटकरे, गृह राज्यमंत्री (ग्रामीण) डॉ. पंकज भोयर, गृह राज्यमंत्री (शहरी) योगेश कदम, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव विकास खरगे, प्रधान सचिव अश्विनी भिड़े, सचिव डॉ. श्रीकर परदेशी, महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव डॉ. अनूप कुमार यादव आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग को स्थानीय स्वशासी संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित कर शहरी झुग्गी क्षेत्रों में कुपोषण मुक्ति योजनाएं लागू करनी चाहिए। महिलाओं और बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु कार्य योजना तैयार कर उसका सक्षम क्रियान्वयन किया जाए। साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों में शौचालयों की स्वच्छता, पीने के स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने और नागरिक बाल विकास केंद्र तत्काल शुरू करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना पर पुस्तक का विमोचन
इस अवसर पर मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना के क्रियान्वयन के प्रत्येक चरण की समीक्षा प्रस्तुत करने वाली पुस्तक “द इनसाइड स्टोरी ऑफ मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना” का विमोचन मुख्यमंत्री फडणवीस के करकमलों से किया गया। यह पुस्तक महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव डॉ. अनूप कुमार यादव द्वारा लिखी गई है।