नागपूर :- “राहुल गांधीने सम्पूर्ण देश के ओबीसी समाज की माफ़ी मांगनी चाहिए. कांग्रेस को आने वाले चुनावों में खामियाजा भुगतने से बचने लिए और ओबीसी का वोट बैंक बीजेपी के तरफ जाने से रोकने के लिए राहुल गांधी को निश्चित रूप से माफ़ी मांगनी चाहिए. २०१९ में अगर गलती से कुछ शब्द उनसे निकल गए होंगे, तो उसको देखते हुए एक बहोत बड़ा ओबीसी समाज अगर नाराज है, तो निश्चित तौर पर राहुल गांधी माफ़ी मांगे, यही हमारी मांग रहेगी. किसी समाज को चोर कहना ये निश्चित तौर पर गंवारा नहीं है. इसके पहले भी राहुल गांधी ने विभिन्न दो मसलों में माफ़ी मांगी है. और यहाँ पर तो ओबीसी समाज की बात है. राहुल गांधी अगर माफ़ी मांगते है तो उनकी प्रतिमा और उभर कर आयेगी. और ये समुचा जो प्रकरण चल रहा है, ये शांत होने में कांग्रेस को मदद होगी. कांग्रेस के अन्य नेताओं का कहना है की, माफ़ी मांगने का प्रश्न ही नहीं उठता. यह भावनओं का प्रश्न है. एक व्यक्ति यहाँ पर दुखी नहीं हो रहा है, पूरा ओबीसी समाज अपने आप को दुखी महसूस कर रहा है. बड़े दिल से राहुल गाँधी माफ़ी मांगे, यही हमारे जैसे नेताओं की मांग है. चौकीदार चोर है के सन्दर्भ में भी हमारे वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) में नाराजगी जताई थी. उसमे भी कोर्ट में राहुल गांधी को माफ़ी मांगनी पड़ी थी. तब तक २०१९ में कांग्रेस खामियाजा भुगत चूका था. अभी कुछ ही दिनों में कर्नाटक और फिर दिसम्बर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के चुनाव है, जहाँ पर ओबीसी समाज बहोत बड़े पैमाने पर है. आनेवाले २०२४ में लोकसभा के भी चुनाव है. इन सभी चुनावों में ओबीसी समाज को अपनाने की कांग्रेस को जरुरत है. और ऐसे में अगर ओबीसी समाज कहीं किसी गलत निकले हुए शब्द से दुखी है तो निश्चित तौर पर माफ़ी मांगने से ओबीसी समाज संभल जायेगा, समझ जायेगा और फिर से एक बार पूरी जोश के साथ कांग्रेस के साथ बना रहेगा. मेरे पिता रणजीतबाबु देशमुख कांग्रेस कमिटी के दो बार अध्यक्ष और मंत्री रह चुके है. मैं विधायक रह चूका हूं. कांग्रेस की टिकट पर देवेन्द्र फडनविस के खिलाफ भी चुनाव लड़ चूका हूं. मेरे इस वक्तव्य से कांग्रेस पार्टी हायकमांड नाराज नहीं होगी, ये मुझे उम्मीद है. ओबीसी समाज नाराज नहीं होना चाहिए, ये महत्वपूर्ण है. फडनविस मुख्यमंत्री थे तब मैं उनके खिलाफ चुनाव में खड़ा हुआ था. उस वक़्त मुझे प्रचार के लिए सिर्फ १०-११ दिन मिले थे. उस वक़्त भारी पैमाने पर हमारा ओबीसी समाज हमारे साथ, कांग्रेस के साथ, खड़ा हुआ था. और यही हम चाहते है की, वो कांग्रेस से जुड़ा रहें. अगर कहीं गलती से कुछ शब्द चुनाव के प्रचार दरम्यान निकल गए हो, कोई जुमलासा निकल गया हो, तो उसे वापस लेने में और उसे रिग्रेट करने में और उसके लिए माफ़ी मांगने में न कोई अंदेशा या संदेशा रहना चाहिए. राहुल गांधी बड़े दिल के इंसान है, अच्छे नियत के इंसान है. उन्होंने खुले दिल से ओबीसी समाज को अपनाना चाहिये. ओबीसी समाज की भावना को अगर ठेस पहुंची है, तो माफ़ी मांगकर उनको समझाकर अपने साथ रखने की, कांग्रेस के साथ रखने की पहल निश्चित तौर पर करनी चाहिए. हमारे प्रदेशाध्यक्ष भी ओबीसी समाज के है और वो विदर्भ के ही है. वो भी इसी भावनाओं से निश्चित रूप से जुड़े होंगे. हमारी यही कोशिश है की कांग्रेस पार्टी आलाकमान तक ये हमारी, कांग्रेस नेताओं की, कार्यकर्ताओं की और ओबीसी समाज की भावनाएं पहुंचे. मुझे यही अपेक्षा रहेंगी की, राहुल गांधी जैसे सुलझे हुए व्यक्ति जल्द से जल्द माफ़ी मांगकर ओबीसी समाज को फिर से एक बार जोड़ने में सफल होंगे. माफ़ी मांगकर यह विषय यही पर समाप्त करना चाहिए”, ऐसी प्रतिक्रिया महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव एवं महाराष्ट्र के संसदीय समिती के सदस्य तथा नागपुर (महाराष्ट्र) के पुर्व विधायक आशीष र. देशमुख ने नागपुर में व्यक्त की. फिलहाल ओबीसी समाज के प्रकरण को देखते हुए उन्होंने एक वार्तालाप में यह बात कही.
राहुल गांधी बड़ा दिल करके ओबीसी समाज से माफी मांग ले..! -डॉ. आशीष र. देशमुख (कांग्रेस नेता)
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