छिन्दवाडा :- शुक्रवार की शाम तक रेल अधिकारियों ने निर्माणाधीन ब्राडगेज रेलवे लाईन मे विद्युतीकरण कार्य का निरीक्षण एवं अवलोकन किया। सब कुछ ठीक मिला तो निकट भविष्य में जल्द ही नैनपुर से छिंदवाड़ा तक बिजली इंजन से ट्रेन दौड़ेगी। यह संकेत शुक्रवार को सिवनी से चौरई 37.28 किमी तक विद्युतिकरण कार्य का निरीक्षण (सीआरएस) करने पहुंचे रेलवे के पीसीईई रामेंद्र कुमार तिवारी ने दिए है। सीआरएस के दौरान रेलवे यार्ड व रैक पाइंट का निरीक्षण भी रेलवे के अधिकारियों ने किया। निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में शहर के लोग स्टेशन पर मौजूद रहे।
छह घंटे तक बारीकी से किया निरीक्षण – विद्युतिकरण कार्य का निरीक्षण करने रेलवे के पीसीईई रामेंद्र कुमार तिवारी शुक्रवार को सुबह करीब नौ बजे चौरई से तीन डिब्बों की डीजल इंजन की विशेष ट्रेन से रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने पीपरडाही, कपुर्दा, रेलवे इंडर ब्रिज, रेलवे नाका समेत अन्य स्थानों में रुक-रुक कर बारीकी से निरीक्षण किया। करीब छह घंटे तक निरीक्षण करने के बाद पीसीईई दोपहर 3.24 बजे सिवनी रेलवे स्टेशन पहुंचे। पीसीईई के अलावा निरीक्षण दल में करीब 150 अधिकारी कर्मचारी भी शामिल रहे। इसके पूर्व इंजन से एक अन्य दल ने चौरई से सिवनी तक हुए कार्याें का निरीक्षण किया।
95 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाई ट्रेन
– सिवनी पहुंचने के बाद अधिकरियों के दल से भोजन करने के बाद यार्ड व रैक पाइंट का निरीक्षण किया। वहीं भोमा में खड़ा बिजली इंजन शाम करीब पांच बजे सिवनी रेलवे स्टेशन पहुंचा। रेलवे के पीसीईई ने स्पीड़ ट्रायल करने के पहले इंजन की पूजा कराई और 5.20 बजे निरीक्षण दल में शामिल अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ चौरई के लिए रवाना हुए। इस दौरान करीब 95 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाकर निरीक्षण किया गया।
रेलवे के पीसीईई रामेंद्र कुमार तिवारी ने बताया है कि निरीक्षण के दौरान हर उस बिंदू का निरीक्षण किया गया जो मानकों के अनुसार होनी चाहिए। सुरक्षा व अन्य मानकों के अनुसार काम हुआ है कि नहीं इसका भी बारीकी से निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण पूरा होने के बाद सब कुछ सही मिला तो तय समयसीमा में बिजली ट्रेन चलाई जा सकती है।
पहले ही मिल चुकी है दो पैसेंजर ट्रेन की स्वीकृति
13 मार्च 2022 को छिंदवाड़ा-नैनपुर मंडला फोर्ट रेल परियोजना का अंतिम रेलखंड चौरई से भोमा (54 किमी) रेलमार्ग का सीआरएस होने के बाद रेलवे बोर्ड ने छिंदवाड़ा से सिवनी होते हुए नैनपुर तक नए रेलखंड में ट्रेन संचालन को हरी झंडी दे थी। वहीं विद्युतीकरण कार्य नहीं होने के कारण अब तक यात्री ट्रेनों का संचालन प्रारंभ नहीं हो सका। रेलवे बोर्ड ने छिंदवाड़ा से नैनपुर के बीच प्रतिदिन दो पैसेंजर ट्रेनों को सुबह व शाम चलाने का निर्णय लिया था। इसमें पहली ट्रेन सुबह 6.45 बजे छिंदवाड़ा से रवाना होगी और सुबह 11.15 बजे नैनपुर पहुंचेगी। दूसरी ट्रेन छिंदवाड़ा से शाम को छह बजे रवाना होगी जो रात 10.30 बजे नैनपुर पहुंचेगी। नैनपुर से प्रतिदिन सुबह 6.45 बजे ट्रेन रवाना होगी व शाम को 11.15 बजे छिंदवाड़ा पहुंचेगी। सिवनी होकर चलने वाली ट्रेनों को 12 कोच (डिब्बों) से चलाया जाएगा। इनमें 10 जनरल कोच व दो जनरल एसएलआर कोच होंगे।
यात्री ट्रेन शुरू होने से ना केवल विकास के रास्ते खुलेंगे, बल्कि सिवनी समेत आसपास के जिले के लोगों को भी लाभ मिलेगा। छिंदवाड़ा, चौरई, सिवनी, भोमा, नैनपुर होते हुए जबलपुर तक रेलमार्ग की कुल दूरी 250 किमी है। जबलपुर पहुंचने के लिए लोगों को बस व निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। लोगों ने बताया है कि अब तक महंगा किराया देना उनकी मजबूरी थी, लेकिन अब जबकि रेलमार्ग का कार्य पूरा हो चुका है तो उन्हें सुविधा मिलनी चाहिए। छिंदवाड़ा से नैनपुर होते हुए जबलपुर तक ट्रेन सुविधा बहाल हो जाने से जिलेवासियों व आसपास के लोगों को लाभ पहुंचेगा।
कई काम अधूरे है – मुख्यालय के रेलवे स्टेशन समेत जिले के अन्य स्टेशनों में कई काम अधूरे पड़े हैं। वहीं पेयजल समेत अन्य सुविधाओं का भी आभाव है। मुख्यालय में अभी नया रेलवे स्टेशन भवन भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। स्टेशन के फुट ब्रिज का भी काम पूरा नहीं हुआ है। पेयजल व अन्य सुविधाओं का भी आभाव है।