कच्छी वीसा मैदान में श्रीमद् भागवत कथा जारी
नागपुर :-जब-जब धरती पर अत्याचार व पाप बढ़ता है, तब-तब प्रभु इस धरा को उस अत्याचार के मुक्ति दिलाने के लिए अवतार लेते हैं. श्री हरि के अवतारों में ऐसे ही अवतार श्री कृष्ण व श्री राम के हैं. प्रभु ने नंदबाबा के घर जन्म लेकर पूरी सृष्टि को आनंदित कर दिया. उक्त आशय के उद्गार कच्छी वीसा मैदान, लकड़गंज में जारी श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में आज नंदोत्सव के अवसर पर गोस्वामी वृजराजकुमार महोदयश्री ने कहे. श्री वल्लभाचार्य विश्व कल्याण ट्रस्ट, श्री दशा सोरठिया वणिक गुजराती समाज व श्री माता सामुद्री मंदिर निर्माण समिति की ओर से यह आयोजन 15 जनवरी तक किया गया है. कथा का समय दोपहर 3 से 7 बजे तक रखा गया है. द्रुमिलकुमार महोदयश्री भागवत कथा की अध्यक्षता कर रहे हैं.
आज कथा स्थली पर नंदोत्सव की धूम रही. कथा स्थली को लाल सफेद गुब्बारों व फूलों से सजाया गया. कान्हा के जन्म पर महिलाओं ने बधाई गीत गाकर व गरबा नृत्य कर खुशियां मनाईं. माखन- मिश्री बांटी गई. छोटे से नंदलाला को देखकर सभी खुशी से झूम उठे. ‘नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’ के जयघोष से परिसर गूंज रहा था. मास्टर नैतिक अंकित खख्खर बाल कृष्ण की सजीव झांकी प्रस्तुत हुए.
महाराजश्री ने कहा कि दूसरों के प्रति ईष्र्या व द्वेष न रखने वाला ही प्रभु को प्यारा होता है. अगर मनुष्य किसी को सुख न दे सके तो कम से कम उसे अपने भीतर ईष्र्या व द्वेष जैसे दुर्गणों को नहीं जगह देनी चाहिए. अगर कोई उन्नति करता है तो उसका सहज भाव से व खुशी से मनोबल बढ़ाना चाहिए.
आज व्यासपीठ का पूजन अश्विन घीया, हिरेन शाह, कमलेश मांडविया, चन्द्रिकाबेन शाह, निसर्ग सिद्धापारा, राम ढोलकिया, नैनेश भाई पारेख, कांतिभाई राजकोटिया, सुलभा गौरसिया, वीरेन आनंदपारा, जल्पेश काटकोटिया, ज्योतिबेन कुरानी, दीप्ति राजकोटिया, भावना सांगानी, दीप्ति सिद्धापारा, ललिता मांडविया, पूजाबेन मालविया, रंजनबेन गौरसिया, धारिणी सेलारका, मेघा सेलारका, चंद्रिका जसपारा ने किया.