नागपुर :- वर्षायोग के लिए विराजमान मुनिश्री स्वात्मनंदीजी गुरुदेव का शनिवार की दोपहर में विहार हुआ। श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर महावीरनगर नागपुर में वर्षायोग संपन्न हुआ। पूजन, अभिषेक, विधान के साथ अनेक कार्यक्रम इस दौरान संपन्न हुए। रात्रि का विश्राम महेंद्र जैन के वाडी स्थित निवास स्थान पर हुआ। रविवार को पद विहार करते हुए भुसावल की ओर विहार होगा। धर्मसभा में संक्षिप्त में संबोधन में मुनिश्री स्वात्मनंदीजी गुरुदेव ने कहा मिथ्यात्व, मोह, माया से दूर रहना चाहिए। दिगंबर जैन संत नदी के बहते पानी के समान होते हैं। एक गांव से दूसरे गांव धर्म का प्रचार, उपदेश करने चले जाते हैं। धर्मसभा का संचालन प्रकाश मारवडकर ने किया।
चातुर्मास समिति ने सभी के सहयोग के लिए आभार माना। विहार में संघपति वसंतराव चतुर सहयोग कर रहे हैं। श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष चंद्रकांत वेखंडे, सुभाष मचाले, प्रवीण भेलांडे, श्रीकांत मानेकर, दिलीप राखे, सुधीर सिनगारे, भरतेश नखाते, शैलेश जैन, अजीत कहाते,अमोल भुसारी, अतुल महात्मे, राहुल महात्मे, चिन्मय महाजन, मनोज मांडवगड़े, विजय सोईतकर, नीरज पलसापुरे, रितेश जैन, अनुज शहाकार, जयंत सोईतकर, चंद्रकांत वासकर, सचिन नखाते, कनकमाला भुसारी, सविता मांडवगड़े, कल्पना भुसारी, योगिता पोहरे, प्राची पोहरे, शुभांगी विटालकर आदि उपस्थित थे।