कथा आरंभ से पूर्व निकली शोभायात्रा
नागपुर :-जन्म से मृत्यु तक सारे दुखों का नाश गौ माता की सेवा से किया जा सकता है। गौ सेवा से ही सच्चे सुख के प्राप्ति हो सकती है। यही सुख प्राप्ति का श्रेष्ठ साधन भी है। गौ माता के द्वारा ही गणेश जी का प्रकटीकरण हुआ है। गौ कथा की महिमा पुराणों में वर्णित है तथा गौकथा अति प्राचीन कथा है। उक्त आशय के उद्गार साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती ने भक्तों से गौकथा की महिमा बताते हुए कहे। श्री सालासर सेवा समिति व श्री गौवंश सेवा समिति द्वारा आयोजित साप्ताहिक दिव्य गौकथा का आयोजन 18 दिसंबर तक श्री कच्छी वीसा प्रांगण, लकड़गंज में किया गया है।
कथा आरंभ से पूर्व सुबह विशाल बालाजी ध्वजा व कलश शोभा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा श्री राधा कृष्ण मंदिर, वर्धमान नगर से कथा स्थल तक पहुंची। शोभायात्रा में यजमान परिवारों के साथ में साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदी पैदल चल रही थीं। उपस्थित पुरुषों ने सफेद कुर्ता पायजामा व महिलाओं ने चुनरी साड़ी की वेशभूषा धारण की हुई थी। श्री राधा कृष्ण उत्सव मंडल द्वारा शोभायात्रा का स्वागत किया गया।शोभायात्रा का संचालन श्री बड़ी मारवाड़ माहेश्वरी महिला समिति द्वारा किया गया।
आज कथा के मुख्य यजमान पूनमचंद, पुरुषोत्तम एवं श्रवण कुमार मालू परिवार, दैनिक यजमान रमेश रादंड, दुनेश्वर पेठे, श्री गौवंश सेवा संघ के अध्यक्ष प्रदीप मूंदड़ा, प्रसाद के यजमान अशोक बाहेती परिवार द्वारा व्यासपीठ का पूजन किया गया। जानकारी देते हुए प्रचार प्रमुख जुगलकिशोर शर्मा व मनीष क्याल ने बताया कि कथा का समय दोपहर 2:30 से 5:30 तक रखा गया है। सभी से बड़ी संख्या में उपस्थिति की अपील की गई है।