नागपूर :-साहसिक गतिविधियां हमेशा सैन्य जीवन का हिस्सा रही हैं। स्थान चाहे जो भी हो, भारतीय सेना के सैनिकों ने अपने भीतर साहस की भावना को बनाए रखने के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण कार्यों में भाग लिया है। साहसिक गतिविधियाँ निश्चित रूप से शारीरिक फिटनेस और मानसिक मजबूती जैसे नेतृत्व गुणों को विकसित करने में मदद करती हैं और इस तरह का अनुभव निश्चित रूप से इसमें शामिल कर्मियों के लिए कुछ सीख प्रदान करता है।
आजादी का अमृत महोत्सव और 11वें ए एस सी रीयूनियन के उपलक्ष्य में, सेना के माइक्रोलाइट अभियान को 30 नवंबर 2022 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया ।
आर्मी माइक्रोलाइट अभियान दल सेना सेवा कोर केंद्र और कॉलेज बेंगलुरु में 11वें ए एस सी रीयूनियन और 262वें ए एस सी कोर दिवस के उपलक्ष्य में लगभग 17 दिनों में 5000 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।
आर्मी एडवेंचर विंग के तत्वावधान में चुनौतीपूर्ण राष्ट्रीय अभियान का आयोजन आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर (माइक्रोलाइट) गया द्वारा किया गया है।
यह प्रतिष्ठित साहसिक नोड माइक्रोलाइट फ्लाइंग के साहसिक खेलों में माहिर है और अतीत में कई साहसिक अभियान चला चुका है जो लोकप्रिय रूप से “फ्लाइंग रैबिट्स” के रूप में विख्यात हैं।
अभियान में एयरशो / रखरखाव सहित लगभग 17 दिनों में 5000 किलोमीटर की हवाई दूरी चार माइक्रोलाइट विमानों के बेड़े द्वारा की जाएगी। यह अभियान बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के मैदानी इलाकों और पहाड़ी इलाकों से होते हुए बेंगलुरु तक जाएगा। खराब मौसम और तेज हवाएं इसे बेहद चुनौतीपूर्ण अभियान बनाती हैं।
यात्रा में सेना के अनुभवी पायलट शामिल होंगे, जिनमें कर्नल लक्ष्मी कांत यादव, (टीम लीडर), ब्रिगेडियर संदीप सिन्हा, कर्नल राहुल मनकोटिया, कर्नल विक्रम शेखावत, सेना मेडल और नायक प्रदीप सिंह शामिल हैं। अन्य पायलटों में कर्नल पी पी सिंह, कर्नल डी एस फनसालकर, लेफ्टिनेंट कर्नल अरुण प्रकाश, लेफ्टिनेंट कर्नल बी पी सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल अनूप कुमार सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल अमित सांगवान, लेफ्टिनेंट कर्नल दीप्ति शर्मा, मेजर पीयूष शर्मा, नायक यादव विजय कुमार, नायक रवि चौहान, नायक विपिन शर्मा, सिपाही प्रफुल्ल फुक्कन के साथ सूबेदार विनोद कुमार के नेतृत्व में अनुभवी और साहसी ग्राउंड क्रू शामिल हैं।
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