नागपुर :- नागपुर सुधार प्रन्यास के दस्तावेज चुराकर उनके आधार पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्लॉट बेचने वाले गिरोह का पुलिस ने हाल ही में पर्दाफाश किया है. इस मामले को लेकर चल रही सघन जांच में अब कई तथ्य उजागर हो रहे हैं.
सर्वप्रथम प्रन्यास से दस्तावेज कैसे चोरी हुए? इसे लेकर ही पुलिस विभाग जांच में लगा हुआ है. प्राथमिक स्तर पर लगता है कि सरकारी कार्यालय से संबंधित विभागों के अधिकारी या कर्मचारी शामिल हुए बिना यह संभव नहीं है. यही कारण है कि अब इस मामले को लेकर कई अधिकारी और कर्मचारी पुलिस के रडार पर हैं. विशेषत: अब तक पूरे मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिसमें से 7 को एमसीआर पर जेल भेजा गया है.
वैध प्लॉटधारकों के दस्तावेज गायब
उल्लेखनीय है कि आरोपी हंसापुरी निवासी मोहम्मद रियाज उर्फ बबलू अब्दुल रउफ, काटोल रोड स्थित स्वाग नगर निवासी नासिर हसन खान, आयशा मस्जिद राज चौक निवासी इमरान अली अख्तर अली से पूछताछ कर गुत्थियां सुलझाने में पुलिस लगी हुई है. इसी तरह से रामेश्वरी निवासी रूपेश वारजुरकर से भी सघन पूछताछ की जा रही है. आलम यह है कि सिटी के कई लेआउट के वैध प्लॉटधारकों के दस्तावेज प्रन्यास से गायब हैं. कुछ प्लॉट को लेकर पुराने खसरा नंबर की जगह नये खसरा नंबर डाले जाने के कारण पूरा लेआउट ही विवादों के घेरे में आ गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नारी कॉम्प्लेक्स स्थित 3,000 वर्ग फुट के भूखंड फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेचे का मामला उजागर होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई जिसके बाद इस तरह के कई मामले उजागर होते गए. पूरा मामला ही संगठित अपराध जैसा होने पर पुलिस सतर्क हो गई जिसके बाद पुलिस ने अब तक 16 आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं. बताया जाता है कि कई आरोपी अभी भी फरार हैं जिनकी खोजबीन की जा रही है. अब तक की जांच के अनुसार कई वर्षों से इस तरह का रैकेट चलाया जा रहा है.
कुछ अधिकारियों को जारी हुआ नोटिस
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रन्यास के कॉन्ट्रैक्ट विभाग में कार्यरत रजर लोणारे और उपनिबंधक विभाग में कार्यरत रूपेश वारजुरकर को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. दोनों आरोपी प्लॉट की फाइलों को चुराकर अन्य आरोपियों को देते थे जिसके सहारे फर्जी दस्तावेज तैयार कर अन्य लोगों को प्लॉट बेचे जाते थे. बताया जाता है कि दोनों विभागों के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है जिनसे पूछताछ के बाद और भी कई मामले उजागर होने की संभावना सूत्रोंने जताई.