नागपुर :- नागपुर विश्वविद्यालय के 7 प्राध्यापकों से रकम वसूली करने के प्रकरण में आरोपी जनसंवाद विभाग के प्राध्यापक धर्मेश धवनकर के खिलाफ विभागीय जांच पूरी हो गई है. जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट उपकुलपति को सौंप दी है.
जल्द ही इस पर कार्रवाई होने की जानकारी उपकुलपति प्रा. सुभाष चौधरे ने दी.
धवनकर पर विवि के स्नातकोत्तर विभागों के 7 प्रमुखों से लैंगिक शोषण कर फर्जी शिकायत का डर बताकर लाखों रुपये की वसूली करने का आरोप है. इस घटना के बाद विवि में हड़कंप मच गया था. घटना के बाद विवि प्रशासन ने विभागीय जांच समिति गठित की. निवृत्त न्यायाधीश अजय चिंतामण चाफले की अध्यक्षता वाली समिति ने सभी प्राध्यापकों सहित धवनकर का बयान दर्ज किया. रिपोर्ट तैयार कर अब उपकुलपति को सौंप दी गई है.
बताया गया कि सभी प्राध्यापकों ने रकम वसूली करने की बात को सही करार दिया है. यही वजह है कि धवनकर के खिलाफ आरोप सच साबित हुये हैं. समिति ने अपनी रिपोर्ट में धवनकर को दोषी करार दिया है. यही वजह है कि अब धवनकर को निष्कासित किया जा सकता है. यदि धवनकर को पद से हटाया गया तो यह दूसरी दफा होगी.
इससे पहले भी छात्रों को शैक्षिणक टूर पर ले जाने और उनसे अधिक रकम वसूलने के मामले में दोषी पाये जाने के बाद पद से हटाया गया था. करीब 4 वर्षों तक निष्कासित रहने के बाद विवि ने दोबारा नियुक्ति दी थी.