नागपूर :- केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में फोन कर रंगदारी मांगने वाले जयेश पुजारी उर्फ जयेश कांथा उर्फ शाहिर शाकिर शाह (35) के आतंकी साथियों कैप्टन और पाशा समेत अन्य से नागपुर पुलिस पूछताछ करेगी.
सूत्रों ने बताया कि ये सभी बेलगांव जेल में बंद हैं और पुलिस टीम अगले 2 दिनों में बेलगांव जाएगी. जब कांथा बेलगांव जेल में कैद था तब उसकी पहचान लश्कर-ए-तैयबा के साउथ डिवीजन के प्रमुख कैप्टन नसीर से हुई. नसीर ने उसे बम बनाने का प्रशिक्षण दिया.
इसी बीच वह जेल में बंद अन्य आतंकियों फहद खोया, अफसर पाशा के साथ ही ‘डी’ गैंग के सदस्य राशिद मालाबारी, गणेश शेट्टी के संपर्क में आया. ये सब कांथा को आर्थिक रूप से जेल में सुविधाएं दिलाने में मदद कर रहे थे. कांथा से पूछताछ में इन बातों का खुलासा हुआ. चूंकि कांथा के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया है, इसलिए पुलिस अब उससे भी पूछताछ करेगी. इस जांच के दौरान और भी चौंकाने वाली जानकारी सामने आने की संभावना है.
शकील को सुपारी, बेंगलुरु और मंगलुरु में भी जांच
इस बीच एक गोपनीय जानकारी सामने आई कि कांथा ने शकील को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ईश्वर आप्पा को मारने के लिए सुपारी दी है. शकील को पहली बार 2018 में एंटी ड्रग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था. फिर 2019 2019 में वह उसी अपराध में पकड़ा गया. 2021 में उसे अपहरण और दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया गया था. बेलगाम जेल में रहने के दौरान उसकी मुलाकात कांथा से हुई.
कांथा ने सुपारी देकर उन्हें जमानत पर जेल से छुड़ाया. मार्च में कांथा ने दूसरी बार गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में फोन कर 10 करोड़ रुपये की रंगदारी देने और यह राशि गूगल पे के जरिये एक युवती के खाते में जमा कराने को कहा. पता चला है कि यह युवती शकील की दोस्त है और पुलिस जांच के लिए बेंगलुरु और मंगलुरु भी जाएगी.