नागपूर :- मध्य रेल के , नागपुर मंडल ने वर्धा नदी पर स्थित पुल संख्या 727/1 (ORN-2) के नीचे के बियरिंग प्लेट्स की जगह बदलने और बेड ब्लॉक की सतह का पुनर्वास कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया। यह महत्वपूर्ण कार्य लाइव ट्रैफिक के तहत किया गया, जो केंद्रीय रेलवे के लिए एक पहली बार की घटना है और यह विभाग की तकनीकी विशेषज्ञता और सुरक्षा तथा बुनियादी ढांचे के सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
**कार्य का विवरण:**
यह पुल वर्धा – अकोला खंड (बदनेरा – वर्धा) पर स्थित है, और इसका स्पैन 12 मीटर और 18.30 मीटर है। पिछले दो वर्षों से इस पुल का ORN-2 दर्जा था क्योंकि इसके पुराने बॉटम बियरिंग प्लेट्स झुके हुए थे और मौजूदा मोर्टार सतह में डूब गए थे। कुल मिलाकर 48 बॉटम बियरिंग प्लेट्स को बदला गया और बेड ब्लॉक की सतह का पुनर्वास किया गया, जबकि ट्रेनों को 30 किमी/घंटा की गति से चलने दिया गया।
**मुख्य गतिविधियाँ:**
– पुराने और क्षतिग्रस्त बियरिंग प्लेट्स को हटाकर नए बियरिंग प्लेट्स लगाए गए।
– बेड ब्लॉक की सतह को उच्च-क्षमता वाली एपॉक्सी मोर्टार और समतल करने की तकनीकों से सुधारा गया।
– गार्डर्स को उठाने और नए बियरिंग्स लगाने के लिए सिंक्रोनाइज्ड जैक्स का उपयोग किया गया।
– पूरा कार्य 120 मिनट के छोटे-ब्लॉक में पूरा किया गया, जबकि ट्रेनों को 30 किमी/घंटा की सावधानीपूर्वक गति से चलने दिया गया।
**मध्य रेलवे की उल्लेखनीय उपलब्धि:**
लाइव ट्रैफिक के तहत इस कार्य का सफलतापूर्वक निष्पादन, बिना ट्रेनों की सेवाओं में कोई बड़ी रुकावट के, केंद्रीय रेलवे टीम की असाधारण तकनीकी कौशल और समन्वय को उजागर करता है। यह पुनर्वास रेलवे संरचना की संरचनात्मक अखंडता को सुधारने के लिए निरंतर प्रयासों का हिस्सा है, जिससे ट्रेन सेवाओं की सुरक्षा और समयबद्धता सुनिश्चित होती है।
यह पहल भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यात्री सुरक्षा में वृद्धि होगी और रेल संचालन की दीर्घकालिक स्थिरता में योगदान मिलेगा।