– लोकनाथ स्वामी महाराज के हस्ते प्रथम इस्कॉन पदयात्रा का शुभारंभ।
नागपूर :- इस्कॉन महाराष्ट्र पदयात्रा का नागपुर में भव्य स्वागत किया गया। यह यात्रा जालना, पाचोरा,जलगांव, अकोला, अमरावती, वर्धा, इंपीरियन सिटी, कोतेवाड़ा होते हुए एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन साउथ पहुंची। , जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय नागरिकों ने पदयात्रियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर सर्व प्रथम इस्कॉन नागपुर के उपाध्यक्ष बृजेंद्रतनय प्रभु ने पदयात्रा रथ पर विराजमान गौर निताई एवं श्रील प्रभुपाद के विग्रहों को माल्यार्पण कर स्वागत किया उसके बाद प्राणनाथ प्रभु ने महाराष्ट्र पदयात्रा के प्रमुख दामोदर लीला प्रभु एवं अन्य पदयात्रा भक्तवृंद राधा चरण प्रभु/राधेश्याम प्रभु, बलभद्र जगन्नाथ प्रभु, गोपाल प्रभु, तुष्ट गोविंद प्रभु, हरि चैतन्य दास प्रभु, हरी प्रभु, गौतम प्रभु इत्यादि का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
उसके बाद उपस्थित भक्तों ने भगवान एवं प्रभुपाद की आरती हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।। इस हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन एवं नृत्य के साथ की। उसके बाद भगवान को विशेष भोग लगाया गया
इस्कॉन के रीजनल सेक्रेटरी असिस्टेंट (RSA) हरीकीर्तन प्रभु ने अपने उद्बोधन में कहा इस्कॉन में बैलगाड़ी पर भगवान को बिराजमान करके पहली पदयात्रा श्रील प्रभुपाद के आदेश पर 1976/77 में श्रील लोकनाथ स्वामी महाराज ने वृन्दावन से मायापुर तक की निकाली।
उसके बाद 1984 में प्रभुपाद की प्रसन्नता के लिए लोकनाथ स्वामी महाराज द्वारा ऑल इंडिया पदयात्रा का आयोजन किया गया जो द्वारका से प्रारंभ होकर संपूर्ण भारतवर्ष की 6 परिक्रमा पूर्ण करली। अभी सातवीं परिक्रमा शुरू है। प्रभुपाद सेंटेनियल के बाद 108 देशों में भी बैलगाड़ी पदयात्राएं निकाली गई।
नागपुर भक्तवृंद जो इस कार्यक्रम में विशाल प्रभु, पंढरीनाथ प्रभु, सुदामा प्रभु, वेणुगोपाल प्रभु, नित्यानंद चैतन्य प्रभु, विश्वरूप प्रभु, अमेयआत्मा प्रभु, प्रसन्न जीत प्रभु, प्रथमेश प्रभु, मुरली माधव प्रभु, श्याम निमाई प्रभु, कौशलेंद्र राम प्रभु, अमोघ लीला प्रभु, एकनाथ प्रभु इत्यादि अनेक भक्त उपस्थित थे।
इस्कॉन नागपुर के प्रवक्ता डॉ. श्यामसुंदर शर्मा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस पदयात्रा के सत्कार आयोजन के पहले इंपीरियन सिटी में इस्कॉन के नव निर्माणाधीन मंदिर में अविनाश शिंदे परिवार ने स्वागत किया गया। इस स्वागत कार्यक्रम के बाद पदयात्रा सोनगांव स्थित भोसले कालीन मुरलीधर मंदिर में पहुंची जहां दामले परिवार ने स्वागत किया। उसके बाद त्रिमूर्ति नगर में राधाजीवन प्रभु, लक्ष्मी नगर में विठोबा इंडस्ट्रीज के कार्तिक शेंडे परिवार, शिवाजी नगर/शंकर नगर में नंदकिशोर सारडा परिवार, राम नगर में देवीलाल जायसवाल परिवार, धरमपेठ में धनराज खंडेलवाल परिवार द्वारा रथ पर विराजमान गौर निताई, श्रील प्रभुपाद एवं भक्तों का सत्कार किया गया। पदयात्रा जब धरमपेठ, चिल्ड्रन पार्क, वैरायटी चौक, सीताबर्डी मार्केट, कॉटन मार्केट होते हुए इस्कॉन मंदिर पहुंची तब भक्तों ने नृत्य एवं कीर्तन करके पदयात्रा का सत्कार किया।
डॉ. शर्मा ने यह भी बताया कि यह महाराष्ट्र पदयात्रा एक माह तक नागपुर में रुकेगी तथा पूरे नागपुर की परिक्रमा करेगी।
– डॉ. श्यामसुंदर शर्मा प्रवक्ता, इस्कॉन नागपुर