नागपुर :- मेकोसाबाग स्कूल मैदान पर प्रार्थना सभा में अंधश्रद्धा फैलाए जाने को लेकर जरीपटका पुलिस ने फादर, पॉस्टर और समिति के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उनके खिलाफ नरबलि, अमानवीय बर्ताव, अनिष्ट कृत्य, अघोरी प्रथा और जादू-टोना निरोधक अधिनियम की धाराएं लगाई गई हैं. आरोपियों में हार्वेस्ट चर्च के फादर जोसेफ वी. बावर, अंतरराष्ट्रीय प्रचारक पॉस्टर कांचन मित्तल तथा चर्च समिति के सदस्य शामिल.
प्रकरण का शिकायतकर्ता जरीपटका थाने का हवलदार दिनेश चवरे है. बताया जाता है कि फादर जोसेफ के नेतृत्व में ईसाई समाज द्वारा 27 से 29 नवंबर के दौरान मेकोसाबाग मैदान पर विश्व शांति प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था समारोह के निमंत्रण पत्र में आत्मिक जागृति, उद्धार, चंगाई से छुटकारा के लिए प्रार्थना सभा का उल्लेख किया गया था. पुलिस ने सभा के दौरान किसी भी तरह की अंधश्रद्धा नहीं फैलाने अथवा उसे प्रोत्साहन नहीं देने की शर्त पर ही अनुमति दी थी. 27 नवंबर को फादर जोसेफ ने मंच से प्रार्थना आरंभ की. उनके बाद पास्टर कांचन मित्तल ने संचालन किया. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए ‘तुम पापी हो, तुम्हारे भीतर शैतान का संचार है, तुम मेरे पास आओ मैं पापी आत्मा को बाहर निकालकर तुम्हारी सभी समस्याओं का निदान करूंगा’ बोला. इसके बाद शरीर से बुरी आत्मा को बाहर निकालने के लिए प्रार्थना आरंभ हुई ‘तुम्हारे शरीर से बुरी आत्मा बाहर निकल रही है, अब तुम शुद्ध हो गए हो, तुम्हारी सभी बीमारी और कष्ट खत्म हो गए हैं’ बोलते हुए मित्तल ने कुछ लोगों को मंच पर बुलाया. इसके बाद कुछ लोग मंच पर आए.