• अनेक चुनौतियों को मात कर गुणवत्तापूर्ण किया काम
नागपुर : महामेट्रो कि नागपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम चरण के कार्य के दौरान मेट्रो टीम के साथ ही इंजिनियर , कंपनी , सलाहकारों , डिज़ाइनर ने कंधे से कंधा मिलाकार कार्य को विश्वस्तरीय बनाने में अहंम भूमिका निभाई है । २४ बाय ७ कि तर्ज पर मेट्रो मी कार्यरत श्रमिक से लेकर प्रमुख तक ने नागपुर मेट्रो को अनोखी और प्रत्येक पहलू पर इसे अनुठी बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए है। इन कार्यों की चर्चा शहर हीं नहीं राज्य , देश और विदेशों में हो रही है। नागपुर मेट्रो के कार्यों ने शहर का गौरव बढ़ाया है। चारों दिशाओं में हुए निर्माण कार्य , स्टेशन इमारतों की सुंदरता से शहर का आकर्षण बढ़ गया है। कार्य के दौरान इंजीनियर और कंपनी ने गुणवत्तापूर्ण बढ़िया से बढ़िया कार्य किया है। विषम परिस्थिति और अनेक चुनौतियों का सामना कर नागरिकों को बिना परेशानी के कार्य को अंजाम देने में समूची टीम की कार्यप्रणाली भुलाई नहीं जा सकती। बेहद सुन्दर स्टेशन इमारतों का निर्माण यात्री सुविधा संबंधी कार्य और अविश्वसनीय और अकल्पनीय कार्यों ने महामेट्रो की शोहरत में चार चांद लगाने में अहंम भूमिका निभाई है।
• हैरत अंगेज कार्यों का सिलसिला…
एफकॉन्स इंफ्रास्टक्चर लिमिटेड द्वारा पूर्व – पश्चिम कारिडोर में सिविल इंजीनियरिंग डिजाइन और वायडक्ट का कार्य किया। गड्डीगोदाम वायडक्ट और रेलवे फ्लाईओवर के बीच एलिवेटेड वायाडक्ट की डिजाईन और निर्माण किया। एफकॉन्स ने मिहान और हिंगना डिपो में परिचालन कक्ष का निर्माण एवं रिच – १ में स्टेशनों का सिविल इंजीनिरिंग का कार्य किया। वर्धा मार्ग पर निर्मित डबल डेकर के निर्माण में एनसीसी लिमिटेड के कार्य उल्लेखनीय है। इसी तरह उज्ज्वलनगर से मनीषनगर तक एनएचआई फ्लाईओवर का सिविल इंजीनियरिंग कार्य एनसीसी ने पूर्ण कर मनीषनगर , बेसा बेलतरोड़ी आदि ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को रेलवे फाटक पर होनेवाले ट्रैफिक जाम से हमेशा के लिए मुक्ति दिलाई।
आईटीडी सेमटेशन इंडिया लिमिटेड ने १० एलीवेडेट मेट्रो स्टेशनों का वायडक्ट छोड़कर सिविल इंजीनियरिंग निर्माण किया। इनमें शंकरनगर चौक , लोकमान्यनगर , बंसीनगर , वासुदेवनगर रचना रिंग रोड , सुभाषनगर , धरमपेठ कालेज आदि का समावेश है। कंपनी ने आनंद टाकीज के समीप वायाडक्ट और रैम्प तथा रामझूला के पास वायाडक्ट और रैम्प तथा रामझूला के पास वायाडक्ट का निर्माण किया। रामझूला के पास यह कार्य बेहद जटिल था , जिसे आईटीडी कंपनी ने साकार कर दिखाया। ईस्ट वेस्ट कारीडोर में आठ एलिवेटेड स्टेशनों का निर्माण किया।
6 डी बी आयएम के माध्यम से काम की गुणवत्ता में निखार आने के साथ ही लागत और समय की बचत हुई है। ओरियनप्रो सॉल्यूशन लिमिटेड , हाईबार टेक्नोलॉजीज लिमिटेड एक्सेलाइज आर्किटेक्चरल सर्विसेस प्रा. ली. ने सेवाएं प्रदान की है।
स्किंडलर इंडिया प्रायवेट लि. और शिंडलर लिफ्ट कंपनी ने प्रत्येक स्टेशन पर लिफ्ट और एस्केलेटर की डिजाईन बनाने के साथ यात्रियों की सुविधा के अनुरुप निर्माण कार्य किया है। मिहान और हिंगना डिपो में सिविल और अन्य विविध निर्माण कार्य प्रतिभा इडस्ट्रीज ली. द्वारा किए गए।
सीताबर्डी से खापरी और सीताबर्डी से लोकमान्यनगर तक रेल पटरी की आपूर्ति , स्थापना और परिक्षण का कार्य राही एमरेल द्वारा किया गया। इसी तरह २५ केवी फ्लेक्सिबल ओएचई , ट्रैक्शन डिजाईन , स्थापन का कार्य सीमेंस ली. द्वारा किया गया। ३३ केवी केबल नेटवर्क एएसएस स्काडा सिस्टम स्टर्लिंग और विल्सन प्रायवेट ली. और कोबरा इन्स्टलेशनेसी द्वारा पूर्ण किया गया
लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड ने दूरसचांर आयटी , एएफसी डिज़ाइन कर निर्माण कार्य किया। सीआरआरसी द्वारा पैसेन्जर रोलिंग स्टॉक की डिज़ाइन कर निर्माण कर आपूर्ति की गई नागपुर मेट्रो रेल परियोजना से संलग्न कंपनी , इंजीनियर , सलाहकारों की कार्यप्रणाली से गुणवत्तापूर्ण कार्य करने में सहायता मिला और कई कार्य बेजोड़ साबित हो रहे है।