नागपुर – गोवा स्थित हरमल पंचकरोशी शिक्षण मण्डल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के गवर्नर राजेंद्र अरलेकर द्वारा डॉ. विंकी रुघवानी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक व गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. विंकी रुघवानी का परिचय देते हुए डॉ. राज वकील सिद्दीकी ने बताया कि वे पिछले 20 वर्षों से वैद्यकीय व सामाजिक कार्य कर रहे हैं। उन्होंने ऐसा सेंटर स्थापित किया है जहां पर थैलेसीमिया व सिकलसेल के रोगियों की वह निशुल्क सेवा कर रहे हैं। डॉ. विंकी रुघवानी थैलेसिमिया सोसाइटी ऑफ़ सेंट्रल इंडिया के अध्यक्ष, थैलेसिमिया व सिकलसेल सेंटर के संचालक है। वह महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल के उपाध्यक्ष, स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल व फार्मेसी काउंसिल के सदस्य भी है। साथ ही साथ वह शैक्षणिक क्षेत्र में भी योगदान दे रहे हैं । वे सिंधी हिंदी विद्या समिति के चेयरमैन हैं। उन्होंने थैलेसीमिया रोगियों को विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। थैलेसीमिया मेजर डिजीज के निदान वाले बच्चों को नियमित रक्त की आवश्यकता होती है। वह नियमित रक्तदान शिविर आयोजित करके अपने केंद्र में थैलेसीमिया मेजर और सिकलसेल रोग वाले बच्चों को मुफ्त रक्त व इलाज के लिए आवश्यक दवा मुफ्त देकर ऐसे बच्चों की बड़ी सेवा करते है। डॉ. विंकी रुघवानी को पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। महाराष्ट्र के गवर्नर द्वारा उनके वैद्यकीय व सामाजिक कार्यों के लिए कोविड योद्धा पुरस्कार व थैलेसीमिया और सिकल सेल रोग में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें हेल्थ आइकॉन अवार्ड ऑफ द ईयर से नवाज़ा गया हैं।
अवार्ड प्राप्त करने के पश्चात डॉ. विंकी रुघवानी ने इस अवार्ड के लिए धन्यवाद माना व यह सम्मान उनको और प्रोत्साहित करेगा व वह अपने कार्यों को और ज्यादा प्रबलता से कर पाएंगे ऐसा उन्होंने कहा। कई वैद्यकीय व सामाजिक संस्थाओं ने डॉ. विंकी रुघवानी को उनके इस सम्मान के लिए बधाई दी है।