नागपुर :- अपनी तेजतर्रार और सख्त कार्यप्रणाली के चलते सिटी के अपराध जगत पर लगाम कसने वाले शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार को राज्य के गृह मंत्रालय ने एक वर्ष का एक्सटेंशन दिया है.
यानि शहर के अपराधियों को अभी और एक वर्ष तक सीपी अमितेश कुमार का सामना करना पड़ेगा.
सितंबर 2020 में सिटी पुलिस की कमान संभालने वाले सीपी अमितेश कुमार के नाम शहर में सबसे अधिक समय तक पुलिस आयुक्त रहने का रिकार्ड दर्ज हो गया है. इससे पहले वे अमरावती, औरंगाबाद और सोलापुर के शहर पुलिस आयुक्त रह चुके हैं.
मुंबई की पहली सीढ़ी है नागपुर
मुंबई पुलिस के पुलिस आयुक्तालय में पहुंचने लिए नागपुर पुलिस को पहली सीढ़ी माना जाता है. मुंबई आयुक्तालय के अधिकांश पुलिस अधिकारियों को पहले नागपुर पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभालनी पड़ी. यहां से पुणे और फिर मुंबई तक पहुंचे. सीपी अमितेश कुमार ने नागपुर आने के बाद स्वयं का बेहतरीन इंटेलिजेंस नेटवर्क तैयार किया.
फिर अपराध के खिलाफ ‘नो टालरेंस’ की रणनीति अपनाई. नतीजतन संतोष आंबेकर, रणजीत सफेलकर और राजू भद्रे जैसे अपराधियों को भी जेल की सलाखों के पीछे पीछे भेज दिया. कई संगीन अपराधों की जांच नतीजे तक पहुंची और आरोपियों को सजा भी मिली. इससे अपराधों का ग्राफ पिछले 3 वर्षों में तेजी से गिरा. हालांकि माना जा रहा है कि आगामी निकाय चुनावों को देखते हुए उन्हें यह एक्टेंशन दिया गया है लेकिन इसकी भी मुख्य वजह शहर के अपराधियों में उनका खौफ है. सरकार चाहती है कि निकाय चुनावों तक उनका यह खौफ कायम रहे.