– अपराध शाखा व संबंधित थाने की चुप्पी समझ से परे है ?
नागपुर – शहर का चर्चित भूमाफिया पिछले 1 दशक से पुलिस की नज़रों में फरार लेकिन इन्हीं की निगरानी में शहर में आता-जाता और अपने काम निपटा रहा। बुर्रवार नामक इस भूमाफिया के खिलाफ दर्जनों थाने व अपराध शाखा में मामले दर्ज है लेकिन वह आजतक पुलिस गिरफ्त से बाहर है,वह इस शातिर भूमाफिया की सेटिंग अपराध शाखा में तगड़ी हैं? वही कोई छुट भैय्या अपराधी या गलती से अपराध कर बैठा होता तो वह जेल की हवा खा रहा होता। क्या यहीं न्याय व्यवस्था हैं किसी को छूट और कमजोर को दंड।
बुर्रवार इस शहर का बड़े भूमाफियाओं में से एक है। यह अपराधियों और पुलिस अधिकारी/कर्मी सह सफेदपोश नेताओं के संग सांठगांठ कर गोर-गरीब को बहला फुसला कर जमीन हड़प रहा और उसके मुआवजा देने के नाम पर चक्कर खिलवा रहा। खेत की जमीन पर लेआउट बनाकर बिना सुविधा दिए लोगो को ठग रहा। इतना ही नहीं बड़े बड़े आसामी के काले धन को दोगुणा करने के नाम पर अपने धंधे में इस्तेमाल कर रहा और उन्हें लौटाने के नाम पर आनाकानी कर रहा। आदिवासी की जमीन को भी खरीद रहा,जो गैरकानूनी हैं लेकिन न प्रशासन और न पुलिस ऐसे ठग पर कार्रवाई करने की बजाय उसे अप्रत्यक्ष रूप से संरक्षण देकर उसे मजबूती प्रदान कर रही।