नागपूर :- नागपुर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (एनआईटी) के अंतर्गत हो रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस नेता और समाजसेवी बंटी बाबा शेलके ने आवाज उठाई है। उन्होंने एनआईटी अध्यक्ष को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपकर गुंठेवारी अधिनियम के तहत भूखंडों/संरचनाओं के नियमितीकरण, खेल के मैदानों का दुरुपयोग और विकास शुल्क की मनमानी वसूली जैसे मुद्दों पर कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत के मुख्य बिंदु :
1. गुंठेवारी अधिनियम में अनियमितताएं :
बंटी शेलके ने आरोप लगाया कि एनआईटी ने अब तक 1,00,000 से अधिक आवेदन प्राप्त किए हैं, लेकिन केवल 5,000 भूखंडों का ही नियमितीकरण हुआ है। इसमें भी प्राथमिकता प्रभावशाली व्यक्तियों और बिल्डरों को दी गई है।
2. विकास शुल्क पर आपत्ति :
शेलके ने विकास शुल्क के रूप में लिए जा रहे 56 रुपये प्रति वर्ग फीट को माफ करने और केवल 1,000 रुपये प्रति आवेदन का नाममात्र शुल्क लेने का प्रस्ताव रखा है।
3. रेशिमबाग खेल मैदान का दुरुपयोग :
एनआईटी द्वारा रेशिमबाग खेल मैदान को प्रदर्शनी, मेले, सर्कस, और राजनीतिक संगठनों के लिए किराए पर देने का विरोध करते हुए, उन्होंने कहा कि इस कदम से न केवल खेल गतिविधियां बाधित हो रही हैं, बल्कि मैदान को भी नुकसान पहुंच रहा है।
4. भ्रष्टाचार का आरोप :
शेलके ने एनआईटी अधिकारियों पर सत्ताधारी दल के दबाव में विकास निधियों का दुरुपयोग करने और बिल्डरों के साथ मिलीभगत करके गरीब आवेदकों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है।
न्यायालय का सहारा लेने की चेतावनी
बंटी बाबा शेलके ने कहा कि यदि एनआईटी उनके सुझावों और अनुरोधों पर विचार नहीं करता, तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने मांग की है कि इन मुद्दों पर पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाए।
जनता की आवाज बने शेलके
बंटी बाबा शेलके के इस कदम को नागपुर की जनता से व्यापक समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य आम जनता, विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को न्याय दिलाना और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करवाना है।
प्रतिक्रिया का इंतजार
अब देखना यह है कि एनआईटी प्रशासन इन गंभीर आरोपों और सुझावों पर क्या कदम उठाता है। शेलके ने स्पष्ट किया है कि वह अपने अभियान को तब तक जारी रखेंगे, जब तक गरीब और जरूरतमंदों को उनका हक नहीं मिल जाता।
उपस्थित विजय कावरे,रितेश उमरेडकर दीनानाथ खराबईकर, उषा खरबीकर,नागेश निमजे, अविनाश लोखंडे,ओमप्रकाश शाहीर, कमलेश लांजेवार,प्रवीण कावरे, संजय मून, अनिल कोंडमरे,छोटू लिहीतकर, दिलीप बागेश्वर,सिद्धार्थ कांबळे, वसंता शेंडे, उषा खरबीकर, नागेश निमजे, अविनाश लोखंडे, ओमप्रकाश शाहीर कमलेश लांजेवार प्रवीण कावरे संजय मून अनिल कोंडमरे छोटू लिहीतकर दिलीप बागेश्वर सिद्धार्थ कांबळे वसंता शेंडे ई.