125 लोगों ने ली गुरु मंत्र दीक्षा
रविवार को दिव्य निर्मल धाम में होगी शिव आराधना
नागपुर :- विश्व जागृति मिशन के नागपुर मंडल की ओर से गीता का अमृत सन्देश सत्संग कार्यक्रम आचार्य सुधांशु महाराज के सानिध्य में रेशिमबाग के कविवर्य सुरेश भट सभागृह में जारी है. आज इस अवसर पर 125 लोगों ने आचार्य से गुरू दीक्षा मंत्र ग्रहण किया.
महाराज ने कहा कि गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं जो मुझको अपना मन अर्पित करता है, अपना समस्त कर्म मुझे अर्पित कर देता है, मेरी शरण में आने वाला व्यक्ति मुझको प्राप्त होता है। स्रोत से जुड़े व्यक्ति की मस्ती कभी समाप्त नहीं होती है। अपना प्रत्येक कर्म पूर्ण एकाग्रता से परमात्मा के निमित्त करें। गुरु का मार्गदर्शन मायालोक के बंधनों से बचाते हैं। परमात्मा की कृपा से भक्ति में प्रगति होती है।
गुरुदेव ने कहा कि अपनी भक्ति, पूजा, जाप, ध्यान में इस तरह खो जाएं कि अपनी सुध ही न रहे। भक्ति में व्यक्ति पूर्ण रूप से प्रभु को पुकारना सीख जाए। रिश्तों में अपना फर्ज निभाएं, जिम्मेदारी निभाएं लेकिन उससे चिपके नहीं। संसार के प्रति अनासक्त होने से ही व्यक्ति मोह के बंधन से बाहर आता है।
महाराज ने आगे कहा कि ज्ञान वाला व्यक्ति जीवन के एक- एक पल का आनंद लेकर जीता है। जो व्यक्ति कल की फिक्र करके आज का आनंद खो देता है उसे जीना नहीं आया। हर दिन परमात्मा सोने के एक चमकते सिक्के के रूप में एक सुनहरा दिन देते हैं कि इसका उपयोग कर लो। जो इसका उपयोग नहीं किया उससे वापस ले लिया जाता है। जो उपयोग कर लेते हैं उनका जीवन बेशकीमती बन जाता है।
नागपुर मंडल प्रधान दिलीप मुरारका ने बताया कि रविवार को प्रातःकालीन सत्र दिव्य निर्मल धाम सुराबर्डी में होगा। उन्होंने बताया कि परम पूज्य सदगुरू के समीप हजारों श्रद्धालुओं एक साथ दिव्य एवं भव्य शिव आराधना करेंगे तथा विराट भक्ति सत्संग महोत्सव का विधिवत समापन होगा।