– विवादित पोलिस कर्मचारी आनंद वानखेडे द्वारा वाहन चोर गिरोह से साठगाठ कर पत्नी के बैंक अकाऊंट में गैरकानूनी तरीके से 49000 रुपये दलवाने पर योग्य कार्यवाही करने की मांग अन्यथा करेगे आंदोलन मनीष जैसवाल
नागपुर :- अपनी प्रजा हित पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष जैसवाल ने वर्दी का दुरुपयोग कर वाहन चोर गिरोह से साठगांठ कर पत्नी के बैंक खाते में पैसे दलवाने वाले विवादित पोलिस कर्मचारी पर तुरंत कार्यवाही को लेकर पोलिस आयुक्त नागपुर शहर अमितेश कुमार के अलावा महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री और पोलिस महासंचालक को ज्ञापन सौंपा है मनीष जैसवाल ने बताया की उन्हें मिली जानकारीनुसार अवैध वसूली मे महारत हासिल कर चुके अपराधिक प्रवृति मे लिप्त नागपुर शहर के विवादित पोलिस कर्मचारी नायक पोलिस शिपाही आनंद पुरुषोत्तम वानखेडे ब. न. 1896 कार्यरत पोलिस मुख्यालय जिसपे पोलिस विभाग मे भर्ती होने के बाद से लेकर आज तक दफा ( 325, 504, 294, 506 ब ) जैसे संगीन गुन्हे विविध पोलिस स्टेशनों मे दर्ज है इसी वर्ष जनवरी 2022 मे जब आनंद वानखेडे जरिपटका पोलिस स्टेशन मे था तो इसने एक नाबालीक के प्रकरण को रफादफा करने को लेकर उसके परिवार से तिस हजार रुपयो की रिश्वत ली थी जिसमे जॉइंट सीपी दोरजे ने आंनद का तुरंत मुख्यालय तबादला कर डिपार्टमेंटल इंक्वायरी बैठायी थी इसके अब तक के कांड मे सबसे बडा एक और कांड जिसे पोलिस विभाग द्वारा कुछ खास लोगो से साठगाठ कर दबाते हुवे मृत घोषित कर दिया था जो की एक बार अब फीर से जीवित हो गया है और इसकी सूचना इसके पहले भी पोलिस आयुक्त अमितेश कुमार को एक गुप्त रूप से खुलासा करने के उद्देश्य से दी गयी है इसके साथ ही इसमें और भी कई गंभीर चीजो का पर्दाफाश होंगा सन 2017 मे आनंद वानखडे जब गणेशपेठ पोलिस स्टेशन मे कार्यरत था इसने नदिम उर्फ असददुल्ला नजीब खान को अरेस्ट किया था उसने उस समय वाहन चोरी का गुनाह कबूल कर उसके साथी उदय मारूती पाटील कोल्हापुर निवासी का नाम बताया था उस समय आनंद वानखेडे और उसके साथ डी बी इस्काट के कर्मचारी इन्होने उदय मारूती पाटील के साथ पैसो का लेनदेन करते हुवे 5 लाख रुपये की रिश्वत ली थी और उसके बाद मारूती पाटील का नाम गुन्हे से हटाया गया था फिर नदिम और उदय इन्होने मिलकर आनद वानखेडे को चार वाहन की जप्ती दी थी कुछ समय बाद उदय मारूती पाटील और आनंद वानखेडे व उसके डी बी ब्रांच के कर्मचारी इनकी अच्छी दोस्ती होने जाने से उदय पाटील यह ऐक्सीडेंट गाडी के नंबर आनंद वानखेडे को देता था और आनंद वानखेडे व डी.बी. पथक ये मिलकर वो वाहन अलग अलग स्थानो से लाकर एक्सीडेंटल गाड़ी के नंबर चोरी के वाहन पे दालने से वो वाहन आंनद वानखेडे जप्त करके गणेशपेठ पोलिस स्टेशन मे लाता था और जिससे वाहन जप्ती करता था उससे लाखो रुपयो की धंन उगाही का कार्य करता था और वह धन आनंद वानखेडे डी.बी. पथक उदय पाटील आपस मे बाट लेते थे आनंद वानखेडे इसने भंडारा से बहोत सारे चोरी के वाहन जप्त करके उसे लावारिस दिखाकर बडे पैमाने मे अवैध रूप से पैसे कमाये है उसके बाद आनंद वानखेडे ये डी बी पथक और उदय पाटील के साथ प्रतापगढ उत्तर प्रदेश गया वहा से पुना, शिर्डी, नाशिक गया वहा से कुछ वाहन जैसे ईनोवा, फॉरर्चूनर, टवेरा वाहन को ताबे मे लेकर साथ लाया बाहर राज्य व जिल्हे मे चोरी के वाहन जप्त कर बोगस तपास की थी उदय पाटील इसने नागपुर से वाहन चोरी करके लेकर जाने के लिये आनंद वानखेडे इसने उदय पाटील की मदत करने से उदय पाटील इसने आनंद वानखेडे की पत्नी नूतन आनंद वानखेडे के बैंक अकाउंट मे 1 जुन 2019 को 49000 रुपये दाले थे जो की बैंक ऑफ इंडिया नागपुर खाता क्रमांक 875710110000843 था आनंद वानखेडे यह उसकी पत्नी नूतन के नाम के बैंक अकाउंट मे आरोपी से पैसे मँगवाता था इमरानखान व्लद इस्माईल खान रा. सुफियान नगर अमरावती शहर ये और उदय मारूती पाटील आनंद वानखेडे के साथ मिलकर नागपुर से वाहन चोरी करके ले जाते थे और बाद मे उसके हिस्से के पैसे उसकी पत्नी नूतन वानखेडे के बैक खाते मे डालते थे ये लोग सबसे ज्यादा अप्रैल 2019 मे संपर्क मे थे फिर भी सबसे सोचनीय बात यह है की इस प्रकरण की संपूर्ण जाच पूरी इमानदारी से करने के बाद क्राईम ब्रांच के अधिकारी ने ये फाईनल रीपोर्ट सेवानिवृत्त जॉईंट सिपी कदम को 2019 मे सौपी थी जिसमे आज पुरे तीन साल होने के बाद भी दोषी पोलिस कर्मचारी आनंद वानखेडे और उसकी पत्नी जिसके खाते मे आरोपीयो ने पैसे दाले थे उनपर आज तक कुछ भी कार्यवाही नही होना मानो पोलिस विभाग पे उंगली उठाने जैसा प्रतित होता है आखिर ऐसे खंडनीबाज पोलिस कर्मचारी को ही हमेशा क्यू सरक्षंण दिया जाता है जिसके कारन कईयो बार पोलिस विभाग बदनाम व कलंकित भी हुवा है ये सवाल अब आम नागरिको के दिलो दिमाग मे गूंज रहा है की इस प्रकरण मे यदी कोई सामान्य व्यक्ति की भूमिका होती तो पोलिस कब का उसे गिरफ्तार कर जेल मे ठूस देती मगर क्या इस बार आनंद वानखेडे जैसे क्रीमीनल कर्मचारी पे पोलिस आयुक्त कठोर कार्यवाही करते हुवे यदी इसके मोबाइल फोन का सी.डी.आर. निकालेगे तो शायद इस भ्रष्ट कर्मचारी के और भी छुपे क्रमकांडो का पर्दाफाश जरूर होंगा जैसे इसके शहर के गुन्हेगारो से संबध होना इत्यादी या हर बार की तरह इस बार भी यह कर्मचारी पैसो के बलबुते साठगाठ कर प्रकरण को दबा देगा या हमेशा की तरह खुद को फसता देख स्टोरी टेलर पत्नी नूतन को आगे कर प्रकरण को गुमराह कर सहानभुती हासिल करने की कोशिश करेगा और यदी ऐसा करने मे यह कर्मचारी सफल होता है तो समझो इसे खुलेआम अप्रत्यक्ष रूप से अवैध वसूली करने का लाइसेंस प्राप्त हो जाएगा इसलिए आनंद वानखेडे जो की अपराधिक प्रवृति में लिप्त होते हुवे वर्दी की आड में चोर बदमाशो से संबंध रखकर उनसे धन उगाही का कार्य करते हुवे पत्नी के बैंक खाते में पैसे दलवाता था इसके द्वारा कीए गए गुनाह में इसकी पत्नी नुतन वानखेडे भी समान रूप से सहभागी है इसलिए कार चोर गिरोह से संबंध रखने वाले आनंद वानखेडे और नूतन वानखेडे दोनो पर योग्य कार्यवाही करे ऐसी मांग की फिर भी इस गंभीर प्रकरण में पोलिस आयुक्त द्वारा यदी आनंद वानखेडे पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही की गई तो आयुक्त कार्यालय के सामने त्रीव आंदोलन किया जाएगा ऐसी चेतावनी जैसवाल ने दी।
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