– रामधाम पंडाल भजन पर तालियों से गूंजा
नागपुर :-5 सदियों की लड़ाई के दौरान 78 लड़ाइयां लड़ी गईं. फिर कानूनी लड़ाई लड़ी गई तब जाकर यह विजय प्राप्त हुई है. इस मंदिर के निर्माण के पीछे अनेकों के बलिदान और अनेकों की तपस्या है. यह मंदिर हमारे हिंदू समाज की अस्मिता का मंदिर है. समाज के सामने अपनी अस्तित्व का प्रश्न खड़ा था. इसलिए ध्यान करिए कि अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए युद्ध लड़ना पड़ता है. बलिदान भी देना पड़ता है परंतु इसके पीछे बड़ी तपस्या और भक्ति की भी आवश्यकता होती है. इसलिए अपनी अस्मिता को बचाने के लिए भगवान राम के आसरे से चलना होगा. उक्त उद्गार रेशिमबाग मैदान के ‘रामधाम’ पंडाल में विश्व जागृति मिशन के प्रणेता आचार्य सुधांशु महाराज ने विराट भक्ति सत्संग के शुभारंभ प्रवचन के दौरान कहे। सत्संग आरम्भ से पूर्व दीप प्रज्वलित किया गया। मुख्य यजमान गौरीशंकर अग्रवाल परिवार हैं।
महाराज ने ‘रघुनन्दन, राघव, राम हरे, सिया राम हरे …’, ‘राम का सुमिरन किया करो, राम के सहारे जिया करो..’भजन गाकर प्रवचनों को आरम्भ किया। भजन पर तालियों से पंडाल गूंज उठा। उन्होंने अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में भगवान श्री रामचंद्र जी की प्राणप्रतिष्ठा के लिए सभी हिंदू समाज को बधाई दी. हमेशा मर्यादा में रहने वाले हिंदू समाज को 500 वर्षों के बाद यह अवसर मिला है.भगवान की प्राण प्रतिष्ठा आज हिंदू समाज के लिए आनंद का विषय है. भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में जहां-जहां भी हिंदू समाज है, वहां के हिंदू राममय हो गए हैं. सबके हृदय में राम बस रहे हैं परंतु फिर भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है जिन्हें हिंदू समाज की प्रसन्नता से बड़ी उद्विग्नता हो रही है. सब तरफ श्रीराम की कृपा बरस रही है परंतु जैसे बादल बरसने पर भी चातक पक्षी के मुख में पानी नहीं जाता, ऐसे ही कई अभागे हैं जिन्हें भगवान श्रीराम की कृपा से कोई लाभ नहीं मिल रहा है. कई लोगों को भगवा ध्वज से बड़ी आपत्ति है, कई लोगों को मंदिर निर्माण से पीड़ा है, और कई लोगों को हिंदू समाज के सिर उठाकर जीने से बड़ी पीड़ा हो रही है. ऐसे लोगों को क्या कहेंगे.
भजन मंडली ने ‘मंगल करने आज गजानन आ जाना…” मेरी चौखट पर चलके आज चारों धाम आए हैं…’ गाकर वातावरण को राम भक्ति से भर दिया। मंच संचालन अनिल झा ने किया।
सत्संग समारोह का आयोजन 21 जनवरी तक किया गया है।
मिशन की ओर से बताया गया कि 18 से 21 जनवरी तक सत्संग का सत्र सुबह 9.30 बजे से और दोपहर का सत्र 4.30 बजे से शुरू होगा। 20 जनवरी को विशेष कार्यक्रम के तहत सुबह 11.30 बजे से गुरूवर द्वारा विशेष आशीर्वचन तथा गुरुमंत्र दीक्षा दी जायेगी। इस कार्यक्रम में विशेष आकर्षण 20 तारीख को संध्या कार्यक्रम में गुरु जी के आगमन के पूर्व नंदनवन चौक से रामधाम पंडाल के मध्य विशेष राम राज्य सेवा की सजीव झांकी प्रस्तुत की जाएगी । इसका निर्माण अशोक जैन बाहुबली द्वारा किया जा रहा है। 21 जनवरी को सुबह के सत्र में ध्यान साधना करायी जायेगी। उल्लेखनीय है कि आचार्य सुधांशु जी महाराज का नागपुर में विराट भक्ति सत्संग के लिये यह 24वां निरंतर वर्ष है। सफलतार्थ विश्व जागृति मिशन की नागपुर शाखा के सभी कार्यकर्ता प्रयासरत हैं।
सुराबर्डी आश्रम में दत्तात्रेय मंदिर, अमरनाथ यात्रा मंदिर का हुआ उद्घाटन
सुधांशु महाराज के हाथों से दिव्य निर्मल धाम सुराबर्डी में दत्तात्रेय भगवान के मन्दिर, अमरनाथ यात्रा के मंदिर का उद्घाटन किया गया। मुख्य यजमान गिरधारी निमजे और मोहरले परिवार थे। पूजन वैदिक रीति से आचार्य शिवदत्त , धर्माचार्य शिवम के मार्गदर्शन में किया गया। पूर्णाहुति गुरुदेव सुधांशु महाराज, नागपुर मिशन के महामंत्री दिलीप मुरारका, संन्ध्या मुरारका ने किया। इस अवसर पर अनेक भक्त उपस्थित रहे।