– श्री आयुर्वेद महाविद्यालय में मर्म विज्ञान पर दो दिवसीय संगोष्ठी सम्पन्न
नागपुर :- भारतीय वैद्यक समन्वय समिति द्वारा संचालित श्री आयुर्वेद महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय मर्म विज्ञान पर राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कार्यशाला का समापन हुआ। समापन समारोह के अध्यक्ष वैद्य गोविंद प्रसाद उपाध्याय ने पकवासा रुग्णालय में मर्म चिकित्सा केन्द्र प्रारम्भ करने का मानस व्यक्त किया है। मंच पर डॉ. जयन्तीलाल चोटाई, प्राचार्य डॉ. बृजेश मिश्रा उपस्थित थे।
प्रचार-प्रसार समिति प्रमुख डॉ. जयकृष्ण छांगाणी, सहप्रमुख डॉ. कल्पेश उपाध्याय ने बताया कि संगोष्ठी में तीन प्रात्यक्षिक के साथ कार्यशाला, 13 वैज्ञानिक सत्र ,140 शोधपत्र प्रस्तुत किये गए। वैद्य एम.पी. प्रवीण-केरला, वैद्य शिशिर प्रसाद- हरिद्वार, वैद्य सुधीर कांडेकर- अकोला ने रोगियों पर मर्म चिकित्सा पर प्रात्यक्षिक करके दिखाए। घुटनों के दर्द, कमरदर्द, गर्दन दर्द, मणिबंध संधि एवं लकवा आदि पर मर्म चिकित्सा से रोगियों को तत्काल लाभ हुआ। वैज्ञानिक सत्र में वैद्य पंकज विश्वकर्मा- कोल्हापुर, वैद्या निधि श्रीवास्तव- जबलपुर, वैद्या माधवी वरोडकर- हरिद्वार ने अतिथि व्याख्यान प्रस्तुत किये। देशभर के शिक्षक, विद्यार्थी, शोधकर्ताओं ने मर्म विज्ञान पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
समापन समारोह में सर्वश्रेष्ठ शोध पत्रों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर एम.डी. एन्ट्रस एवं विश्वविद्यालय परीक्षाओं में टॉपर छात्रों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन वैद्या गायत्री व्यास, आभार प्रदर्शन आयोजन सचिव वैद्य विनोद चौधरी ने किया। कार्यक्रम में वैद्य संतोष शर्मा, वैद्य रमण बेलगे, वैद्या अर्चना दाचेवार, वैद्या देवयानी ठोकल, वैद्य अश्विन निकमल, वैद्य प्रमोद गर्जे, वैद्या अर्चना बेलगे, वैद्य किरण टवलारे, वैद्य समीर गिरडे एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।