नागपूर :-‘निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल, बिनु निज भाषा ज्ञान के मिटे न हिय की शूल ‘ इस भाव को आत्मसात करते हुए हिंदी को 14 सितंबर 1949 को राजभाषा के रूप में मान्यता देकर इसे गौरवान्वित किया गया । हिंदी भाषा भारत की विविधता को एकता के सूत्र में बाँधने वाली एक कड़ी है । हिंदी भाषा सिर्फ भाषा ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति का भी अभिन्न अंग है । यह सबसे जुड़ने का सहज और सरल साधन भी है । हिंदी की भूमिका के अंतर्गत अन्य संस्कृतियों को अपनाने के गुण और इसकी विशेषताएँ बताकर छात्रों के मन में हिंदी भाषा के प्रति प्रेम एवं सम्मान की भावना जागृत करने के उद्देश्य के साथ डी. पी. एस. मिहान ने प्रतिवर्ष के भाँति इस वर्ष भी दिनांक 14 सितंबर 2024 को हिंदी दिवस के उपलक्ष्य को आधार बनाकर सितंबर माह के अंतर्गत ‘एंटी बुलिंग’ विषय को ध्यान में रखते हुए दिनांक 12 और 13 सितंबर 2024 को कक्षनिहाय विविध प्रतियोगिताएँ ली।
छात्रों ने इन गतिविधियों के दौरान मौखिक व्यंजनमाला, शब्दों पर आधारित अंत्याक्षरी, अपने रिश्तेदारों को हिंदी भाषा का महत्त्व बताते हुए पत्रलेखन किया। साथ ही एंटी बुलिंग पर अपनी क्रियाशीलता के आधार पर उत्कृष्ठ पोस्टर बनाकर नारा लेखन किया तथा मेरी हिंदी मेरी शान पर आकर्षक विज्ञापन बनाएँ। इन सभी प्रतियोगिताओं में छात्रों ने उत्साहपूर्वक सहभाग लिया तथा प्रत्येक गतिविधि को उत्कृष्ठता से प्रस्तुत करने का प्रयत्न किया। छात्रों की क्रियाशीलता एवंअभिव्यक्ति कौशल के को ध्यान में रखते हुए छात्रों को कक्षानुसार प्रथम द्वितीय तथा तृतीय क्रमांक प्रदान किए गए ।