– अधिकृत सोसाइटी रहवासियों की या दुकानदारों की भी। …दुकानदारों की NOC के बगैर पार्किंग शुरू,दुकानदारों और उनके ग्राहकों को रोजाना हो रही तकलीफ,मनपा प्रशासक,यातायात विभाग,स्थानीय थाना का मूक प्रदर्शन
नागपुर :- किसी भी इमारत में पार्किंग उनके रहवासियों और दुकानदारों सह उनके मेहमानों के लिए अधिकृत मानी जाती हैं.लेकिन शहर का एक मात्र इमारत है जहाँ सभी से पार्किंग शुल्क वसूली जाती हैं,इस ईमारत को RAHUL BAZAAR COMLEX के नाम से जाना जाता है,जो शहर के मुख इलाका सीताबर्डी बाजार के मध्य स्थित हैं.इस अवैध उद्योग-धंधे के खिलाफ स्थानीय थाना,यातायात विभाग और मनपा प्रशासक को जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की गई तो उन्होंने बिल्डर और बिल्डिंग के सोसाइटी के पक्ष में निर्णय देते हुए मूक प्रदर्शन करते नज़र आ रहे है,जल्द ही एक जागरूक सामाजिक संस्था एमओडीआई फाउंडेशन एक जनहित याचिका दायर कर दुकानदारों और आपने वाले ग्राहकों के पक्ष में न्याय की गुहार लगाएगी।
याद रहे कि बिल्डर ने इस जगह पर इमारत बनाने के लिए सठिया रहवासियों के अलावा कूचे दर्जन फ्लैट भी निर्माण किये,शेष अधिकांश इस ईमारत में दुकाने है,अर्थात यह जगह कमर्शियल है और कमर्शियल काम्प्लेक्स है.
इस बिल्डिंग में रहने वालो ने अधिकृत सोसाइटी बनाई लेकिन क्या रहवासी और दुकानदारों दोनों की सोसाइटी है या फिर सिर्फ रहवासियों की,यह ज्वलत सवाल है,दूसरा सवाल क्या सोसाइटी बनाते समय बिल्डर की NOC और दुकानदारों की भी NOC ली गई?
जब दुकानदारों की NOC ली गई तो क्या सोसाइटी को अधिकार है कि वह बिल्डिंग की पार्किंग और आसपास जगह किसी पार्किंग के संचालक को किराये पर दे सकते है,इस सम्बन्ध में जल्द ही सोसाइटी से सम्बंधित कार्यालय का मत लेकर कार्रवाई की मांग की जाएगी।
दुकानदारों और बिल्डिंग में रहने कुछ ने जानकारी दी कि सोसाइटी के कुछ चुनिंदा पदाधिकारियों ने एक पार्किंग के ठेकेदार को सोसाइटी के नियम-शर्तो का उल्लंघन करते हुए दुकानदारों के बिना सहमति अर्थात NOC लिए 80000 मासिक पर पार्किंग संचालन करने के लिए करार किया,न सोसाइटी ने और न पार्किंग वाले ठेकेदार ने मनपा और यातायात पुलिस सह थाना प्रशासन को कोई सुचना या अनुमति नहीं ली.
नतीजा इस बिल्डिंग में आने वाले ग्राहक,मेहमान सह बाहरी वाहन चालकों से एक सारिका पार्किंग वसूली जाती है,इसके लिए आये दिन पंगा भी होते रहता है,लेकिन पार्किंग वालो के पास MANPOWER अधिक होने से वे अपने अंदाज में उलझने वालों से निपट लेते है?
विश्वसनीय सूत्रों कि मने तो बिल्डर ने भी स्थानीय थाना प्रशासन को उक्त मामले की जानकारी दी लेकिन उन्होंने भी गंभीरता से नहीं लिया और न ही पार्किंग वाले और न सोसाइटी से जवाब तलब की.