नागपुर :- श्रीकृष्ण कल्चरल फाउंडेशन, नागपुर की ओर से तथा दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र और संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से आजादी का अमृतमहोत्सव के उपलक्ष में कृष्णमायुखम-2023 महोत्सव का आयोजत किया गया, जिसकी दर्शकों ने सराहना की।
नागपुर विश्वविद्यालय के गुरु नानक भवन हॉल में आयोजित इस चार दिवसीय महोत्सव में दर्शकों ने गायन, वादन और नृत्य का आनंद लिया। महोत्सव की निदेशक प्रमिला उन्नीकृष्णन और श्रीकृष्ण कलचरल फाउंडेशन के अध्यक्ष पी. अच्युतन के मार्गदर्शन में अखिल भारतीय नृत्य, गायन और वादन प्रतियोगिता कलासंगमम में देश भर से 500 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
सऊदी अरब से आयी डॉ. हनी उन्नीकृष्णन ने एक मोहिनीअट्टम नृत्य का अद्भुत प्रदर्शन किया और उपस्थित लोगों की टालियां बटोरी । प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना श्रीमथी माडखोलकर का नृत्य और अनिरुद्ध देशपांडे का तबलावदन महोत्सव का विशेष आकर्षण रहे । महोत्सव के दूसरे दिन डॉ. किशोरी हम्पीहोली ने भरतनाट्यम, राम कौंडिया ने कुचिपुड़ी, प्रफुल्लसिंग गहलोत ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया और दर्शकों ने इस विभिन्न शास्त्रीय नृत्यों का आनंद उठाया। तीसरे दिन स्वप्ना कुर्डुकर और अस्मिता ठाकुर और सोनाली शिगवन का नृत्य हुआ। आकाशवाणी के विवेक शहापुरकर, लेखक नितिन नायगांवकर चौथे दिन समापन समारोह में मुख्य अतिथि थे। महोत्सव में गुरु ललिता हरदास और किशोर हम्पीहोली भी शामिल हुए। इस दौरान, कुचिपुड़ी, मोहिनीअट्टम और तबला कार्यशालाएं आयोजित की गईं। महाराष्ट्र के साथ मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली आदि राज्यों से आए डांस ग्रुप ने महोत्सव में बढचढकर हिस्सा लिया। विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।