– अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस पर आयोजन
नागपुर – थैलेसीमिया और सिकलसेल सेंटर नागपुर में अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर
थैलेसीमिया एवं सिकलसेल सेंटर के संचालक डॉ. विंकी रुघवानी मुख्य वक्ता थे। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप
प्रज्ज्वलित कर की गई। डॉ. जयप्रकाश ने परिचयात्मक भाषण दिया।
अपने भाषण के दौरान डॉ. विंकी रुघवानी ने कहा कि विकलांगता विधेयक 2016 में थैलेसीमिया और
सिकलसेल रोग को विकलांगों की सूची में शामिल किया गया था। समावेश के बाद थैलेसीमिया और सिकलसेल रोग के
रोगियों को अब शिक्षा में आरक्षण मिल रहा है। लेकिन इस विशेष विधेयक में नौकरियों में आरक्षण का कोई प्रावधान
नहीं है। डॉ. विंकी रुघवानी ने सरकार से अपील की है कि विधेयक में संशोधन किया जाए और हीमोग्लोबिनोपैथी के
मरीजों के लिए नौकरियों में आरक्षण को शामिल किया जाए। उन्होंने विकलांग प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया को
सरल बनाने पर भी जोर दिया, क्योंकि रोगियों को प्रमाण पत्र प्राप्त करने में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता
है। इस कार्यक्रम में थैलेसीमिया और सिकलसेल के रोगियों और उनके माता-पिता उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान
विकलांग प्रमाण पत्र के संबंध में रोगियों और उनके रिश्तेदारों के प्रश्नों का भी समाधान किया गया।
कार्यक्रम की सफलता के लिए डॉ. उषा इसादास, डॉ. आशा, संदीप, हनी खट्टर, विक्की दात्रे और विलास साखरे
ने अथक प्रयास किये। धन्यवाद ज्ञापन संदीप ने किया।