– दोगुना मुनाफे का लालच देकर 3 व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी
-धंतोली में एफआईआर दर्ज
नागपुर :- कोयला व्यवसाय में अधिक मुनाफा का झांसा देकर बी. एस. इस्पात लिमिटेड कंपनी ने शहर के 3 व्यापारी निवेशकों को लगभग 2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर रफूचक्कर होने का मामला धंतोली थाना क्षेत्र में सामने आया है. धंतोली पुलिस ने फर्यादी राजेश कुमार गया सिंग (38, फ्रेन्डस कॉलोनी, काटोल रोड) की शिकायत पर इस्पात कंपनी के एमडी भवानी प्रसाद मिश्रा (नारायण विद्यालय, शंकरपुर, बेलतरोडी रोड) और सीएफओ सागर रामचंद्र कासनगोट्टवार (वेदांत गोल्ड टेलीकॉम को-हाउसिंग सोसायटी, राणाप्रताप नगर) के खिलाफ मामला दर्ज किया है. फिलहाल दोनों अपनी कंपनी बंद कर फरार हैं.
मिली हुई जानकारी के अनुसार, राजेश कुमार कोयला ट्रेडिंग, ट्रान्सपोर्टर व मायनिंग के व्यापार से जुड़े हैं. कोयला व्यापार से जुड़े होने के कारण उनकी पहचान 5 से 6 साल से बी. एस. इस्पात लिमिटेड कंपनी के मॅनेजिंग डायरेक्टर भवानी प्रसाद मिश्रा से थी. मिश्रा का धंतोली के चिंतामनी अपार्टमेंट में कार्यालय था. वहां इस्पात कंपनी का चीफ फायनेंस ऑफिसर (अकाउंटेंट) के पद पर काम कर रहे सागर कासनगोट्टवार ने राजेश कुमार से संपर्क कर उन्हें कार्यालय में बुलाया. उसने राजेश कुमार को बताया की इस्पात कंपनी ने कोयला खनन का नया टेंडर लिया है जहां आप निवेश करते हैं तो आपको दोगुना मुनाफा कंपनी देंगी. आप कंपनी में अपने परिचित लोगों को भी मुनाफा कमाने का मौका दे सकते हैं. इसके बाद राजेश कुमार ने अपनी जान- पहचान वाले बिज्रेश हिम्मतलाल अग्रवाल और मेधा किशोर अग्रवाल को इस्पात कंपनी के निवेश के बारे में बताया और वह उन्हें सागर से मिलाने ले गया. उस दौरान कंपनी के एमडी भवानी प्रसाद मिश्रा और सागर कासनगोट्टवार ने तीनों को निवेश में दोगुना मुनाफा देने की स्कीम बताई. तीनों व्यापारियों ने कंपनी के जुड़े कारोबार पर विश्वास रखकर निवेश करने का निर्णय लिया.
कंपनी को ताला लगाकर छोड़ दिया शहर
8 अप्रैल 2022 को राजेश कुमार ने अभिनव ट्रेडर्स के अपने खाते से भवानी प्रसाद मिश्रा के खाते में 1 करोड़ 34 लाख 35 हजार रुपए जमा कराए. वही ब्रिजेश हिम्मतलाल अग्रवाल ने 50 लाख रुपए और मेधा किशोर अग्रवाल ने 58 लाख रुपए आरटीजीएस द्वारा भवानी प्रसाद के खाते में जमा किए. उस दौरान राजेश कुमार ने साल बितने के बाद 29 मार्च 2023 को इस्पात कंपनी के एमडी भवानी प्रसाद मिश्रा और सागर कासनगोट्टवार को मुनाफे की रक्कम की मांग की, तो उन्होंने 47 लाख रुपए उन्हे वापस किए. परंतु, ब्रिजेश अग्रवाल और मेधा अग्रावाल को किसी प्रकार का निवेश मुनाफा इस्पात कंपनी ने नहीं किया. राजेश कुमार, ब्रिजेश अग्रवाल और मेधा अग्रवाल ने बारबार मिश्रा और कासनगोट्टवार से निवेश के पैसे वापस लौटाने की बात की, तो उन्होंने टालमटोल करना शुरू कर दिया. और फिर व्यापारी निवेशकों के फोन उठाना भी बंद कर दिया और कंपनी को ताला लगाकर शहर छोड़ भाग गए. अपने साथ 1 करोड़ 95 लाख 35 हजार रुपए की धोखाधड़ी होने के बाद राजेश कुमार, ब्रिजेश अग्रवाल और मेधा अग्रवाल ने धंतोली जाकर एमडी मिश्रा और सीएफओ कासनगोट्टवार के खिलाफ धारा 420, 406, 34 आईपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दी. फिलहाल मिश्रा और कासनगोट्टवार दोनों फरार हैं और पुलिस उनकी तलाशकर रही है.