– आसपास की सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है
– वाइल्ड चैलेंजर ऑर्गनाइजेशन का प्रशासन से सवाल
रामटेक – स्थानीय उपजिला अस्पताल इस समय चारों तरफ उखड़ी सड़क के कारण चर्चा का विषय बना हुआ है. पूरे तालुका के ग्रामीणों के लिए और विशेष रूप से स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से गरीब लोगों के लिए एक बड़ा आधारस्तंभ है, किंतु वर्तमान में उचित सड़क के अभाव में यहा आने वालो को काफी समस्याओ का सामना करना पड रहा है। तो उक्त सड़क का निर्माण कब होगा ? यह रोषपूर्ण सवाल शहर की सेवाभावी संस्था के रूप में विख्यात वाइल्ड चैलेंजर ऑर्गनायजेशन सपमित्र प्राणि मित्र के माध्यम से प्रशाषण से पूछा गया है. उल्लेखनीय है कि राजनेताओं से घिरे इस रामटेक सेक्टर में कोई नेता इस समस्या पर ध्यान नही दे रहा है ऐसी टिका अध्यक्ष राहुल कोठेकर व सचिव अजय मेहरकुले ने की है।
इसी दौरान संस्था के राहुल कोठेकर व अजय मेहरकुले ने हाल ही में स्थानीय सार्वजनीक बांधकाम विभाग के अनुविभागीय अभियंता किरण पोकले सहित अभियंता मराठे व उप जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक वाघमारे के साथ उपजिला अस्पताल के आसपास का निरीक्षण किया. सड़क जहा वहा उखड गयी है। इस दौरान कहा गया कि इस सड़क की यह हालत पिछले तीन चार साल से है। साथ ही यहां वाइल्ड चैलेंजर्स ऑर्गनाइजेशन की ओर से कहा गया है कि एंबुलेंस चालक को अस्पताल के अंदर आने वाली सड़क से वाहन लाते वक्त बडी परेशानी होती है, जबकि कई मरीज व उनके परिजन एक्सीडेंट वार्ड व प्रसूति गृह जाने के दौरान हादसे का शिकार हो चुके हैं. इस समस्या को जल्द से जल्द दुर करने की मांग वाईल्ड चॅलेंजर ऑर्गनायजेशन की ओर से की गयी है ।
स्थानीय राजनेताओं की उपेक्षा
वाइल्ड चैलेंजर ऑर्गनाइजेशन के सदस्यों के साथ अस्पताल परिसर का निरीक्षण करने के दौरान राहुल कोठेकर द्वारा पूछे जाने पर अनुविभागीय अभियंता किरण पोकले ने बताया कि दो बार सीमेंट रोड का डीपीआर प्लान बनाकर स्थानीय लोगप्रतिनिधी को भेजा गया था लेकिन अभी तक कोई धनराशि स्वीकृत नहीं हुई है. स्थानीय अन्य राजनेताओ द्वारा भी कोई फंड उपलब्ध नहीं कराया गया है। नतीजन, इस काम को बिल्कुल भी बढ़ावा नहीं दिया गया था। लेकिन अब अनुविभागीय अभियंता किरण पोकले ने कोठेकर को बताया कि वे यहां की डामर सड़क के लिए नया डीपीआर योजना प्रस्ताव तैयार कर तत्काल भेजेंगे और अगले तीन माह में इस सड़क को नए सिरे से तैयार करेंगे.