– सभी आरोग्य कर्मियों को सुरक्षा सामग्री वितरित करने के निर्देश दिए गए
– महापौर द्वारा घोषित कोविड-19 भत्ता 10 दिनों के भीतर स्थाई समिति में मंजूरी ली जाएगी
नागपुर – पिछले दो महीनों से पगार नहीं मिलने तथा कोविड-19 (ओमीक्रॉन) काल में आरोग्य कर्मचारियों को सुरक्षा सामग्री न दिए जाने के खिलाफ नागपुर महानगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय आरोग्य मिशन द्वारा संचालित शहरी प्राथमिक आरोग्य केंद्रों में कार्यरत अस्थायी आरोग्य कर्मचारियों में काफी रोष पनप रहा था. जिसकी परिणति सोमवार दिनांक 7 फरवरी को काला फीत लगाकर आरोग्य कर्मचारियों ने काम किया और अपनी नाराजगी प्रकट. लेकिन इसके बावजूद नागपुर महानगरपालिका आरोग्य प्रशासन के सर की जूं तक नहीं रेंगी. अतः नागपुर महानगर पालिका अस्थायी आरोग्य कर्मचारी संघटन ने आज मंगलवार दिनांक 8 फरवरी से काम बंद करने का आह्वान किया जिसे अस्थायी आरोग्य कर्मचारियों ने जबरदस्त समर्थन दिया और पूरा काम बंद रखा.
आंदोलन की सुध लेते हुए महापौर दयाशंकर तिवारी ने हस्तक्षेप करते हुए आज दोपहर ३ बजे यूनियन के प्रतिनिधियों एवं अप्पर निगम आयुक्त राम जोशी की अपने दालान में बैठक ली और उसमें स्पष्ट निर्देश दिए कि तीन दिनों के अंदर समस्त कर्मचारियों को दो महीने का पगार दिया जाए साथ ही सुरक्षा सामग्री का वितरण कल से शुरू की जाए. महापौर के मीटिंग में इस बात की भी चर्चा हुई कि मा. महापौर द्वारा दूसरे चरण के कोविड-19 काल में कर्मचारियों ने नागरिकीओं को जो सेवा दी उस सेवा को स्वीकार करते हुए महानगर पालिका की ओर से 6 महीनो का प्रोत्साहन पर भत्ता जिसमें आशा बहनों को एक हजार रूपए एवं अन्य आरोग्य कर्मचारियों को डेढ़ हजार रूपए देने के प्रस्ताव को 10 दिनों के अंदर स्थाई समिति में पारित कर जल्दी ही देने का वादा किया गया.
इसके बाद स्वयं मा. महापौर मुख्यालय में एकत्रित आरोग्य कर्मचारियों को संबोधित किये और आश्वस्त किया की कर्मचारियों की मांगे उचित है और उसे दो तीन दिनों के भीतर पूरा कर दिया जायेगा. शिष्टमंडल में संगठन के अध्यक्ष भाई जम्मू आनंद, अर्चना मंगरुलकर (सचिव) धरती दुरुगवार (संगठन सचिव), कुंदा कोहाड़ (उपाध्यक्ष), ममता कावले (सह सचिव) के अलावा अन्य पदाधिकारी उपस्तिथ थे. महापौर द्वारा निगम प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए जाने से सतुष्ट यूनियन ने कल बुधवार दिनाक 9 फ़रवरी से सभी अश्थायी आरोग्य कर्मचारियों को पूर्ववत्त काम पर लौट जाने का ऐलान किया.