– वरिष्ठ नगरसेविका का नाम सामने आ रहा !
नागपुर – नागपुर मनपा में स्टेशनरी घोटाला में जप्त लेखा व वित्त विभाग प्रमुख का मोबाइल को खंगालने पर एक बड़ी जानकारी सामने आई हैं। इस घोटाले को दबाने के लिए एक वरिष्ठ व विवादास्पद नगरसेविका ने 15 लाख रुपये की मांग की गई थी,जिसे दिए जाने की रिकॉर्डिंग सामने आई हैं। इस रेकॉर्डिंग को कुछ पदाधिकारियों को सुनाया गया,यह भी चर्चे में हैं।
इस नगरसेविका ने स्टेशनरी घोटाला का पर्दाफाश होने के पूर्व मनपा प्रशासन पर संगीन आरोप लगाते हुए कुछ दस्तावेज सार्वजनिक किए थे।जिसको गंभीरता से महापौर दयाशंकर तिवारी ने लिया था। इस संबंध में मनपा सभा में सवाल भी उठाया गया था,इस नगरसेविका को जांच समिति के माध्यम से जांच समिति गठन का आश्वासन भी दिया गया था।
इसके बाद 2 माह तक स्टेशनरी घोटाले पर सभी ने चुप्पी साध रखी।क्योंकि मामले से संबंधित बड़ी अफरातफरी हुई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की कुछ बिल की स्वास्थ्य अधिकारियों के हस्ताक्षर से भुगतान होते ही पुनः घोटाला को हवा दी गई। एक तय रणनीति के तहत बाहरी अधिकारी ने बाहरी अधिकारी को उक्त मामले के संदर्भ में पुलिस में शिकायत करने का निर्देश दिया।
इस दौरान लेखा व वित्त विभाग प्रमुख विजय कोल्हे की गिरफ्तारी हुई,इनकी मोबाइल में उक्त नगरसेविका के साथ हुए वार्तालाप का उल्लेख होने की जानकारी मिली है। कोल्हे से डील करने वाली उक्त नगरसेविका मनपा और सोशल मीडिया में काफी सक्रिय हैं, इनके सभी पक्ष के नेताओं से करीबी संबंध है,ये किसी भी नेता के पास काफी देर तक टिकी नहीं, इनकी राजनैतिक महत्वकांक्षा काफी ऊंची है।
इन्होंने हाल ही में राज्य की एक बड़ी पार्टी में प्रवेश कर विधायिका बनाने हेतु सक्रिय है,लेकिन मोबाइल में इनका वार्तालाप इनके राह में संकट बन गया है। उल्लेखनीय यह है कि उक्त घोटाले में डॉक्टर चिलकर को निर्दोष दर्शाकर मनापायुक्त खुद के कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठवा रहे हैं।