नागपुर –ऑस्कर सांस्कृतिक संगीत कलावंत अकादमी के त्रैमासिक सांस्कृतिक महोत्सव पंचम उपक्रम ‘आइंये मेहराबां’ में हिस्सा लेने वाले सभी गायिकाओं ने बेहद मधुर हिंदी गीतों की प्रस्तुती देकर रसिकों का दिल जीत लिया।साईं सभागार में आयोजित इस महिला विशेष कार्यक्रम को दर्शकों का खुब सराहना मिली।
मिलन ग्रुप नागपुर महानगरपालिका के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में नंदिनी घटाटे, डाॅ.ममता खांडेकर, नंदा पाटील, विजया येटे व अहिंसा तिरपुडे मुख्य अतिथी म्हणून उपस्थित होत्या. कामिनी बनसोड, अर्चना दहीवले, अंजली डबरासे, किरण दीडसे, निलिमा गावंडे, अर्चना देशमुख, कामिनी भागवते, वैशाली गणवीर, पुष्पलता भोर, वैशाली चंदेल, रंजना कनोजिया, शीतल दहीकर, सिमा टवळे . इन गायिकाओं ने प्रस्तुती दी ।
शो की शुरुआत किरण दीडसे ने फजा भी है जवा इस गीत के साथ की । कामिनी बनसोड ने चलो सजना, अर्चना दहिवले ने लग जा गले, नीलिमा गावंडे ने जरा होले होले, रंजना कनौजिया ने मै तेरे इश्क में, वैशाली गणवीर आईयें मेहेरबां जैसे गीतों का प्रदर्शन किया । अन्य गायिकाओं ने तु क्या जाने, तुने ओ रंगीले, शिशा हो या दिल, ओ सजना जैसे एकसे बढकर एक गीतों का प्रदर्शन कर रसिकाओं का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रही नंदिनी घटाटे ने पलभर मे ये, विजया हेटे ने ये कहां आ गये हम, ममता खांडेकर ने तेरे बीना जिंदगी से, अहिंसा तिरपुडे ने क्या जानू साजन और संगीता बानाईत ने दिल तो है दलि जैसे गीतों को एक अलग ऊंचाई पर पहुंचाया।
वंदना ताई भगत, नगरसेविका प्रभाग क्र33 सभापति धंतोली झोन, नागपूर महानगरपालिका, ,प्रीती दास सैनि अध्यक्ष आगाज़ फाऊंडेशन नागपुर, पल्लवी शयामकुले नगरसेविका प्रभाग 36 सभापति लक्ष्मी नगर जोन, नागपूर महानगरपालिका, और नंदाताई गोडघाटे सामाजिक कार्यकर्ता इनकी उपस्थिति रही ।
शो की निवेदन श्वेता शेलगांवकर द्वारा किया गया जबकि संगीत संयोजन जहीरभाई, संजय बारापात्रे और मंगेश पाटले ने किया। दीपक कांबळे, गणेश ठमके, महेंद्र बटुलकर, गौरव रंगारी, नंदू वडुलवार ने गायकों को बेहतरीन वाद्य संगत की। ऋषभ ढोमणे ने ध्वनी संयोजन किया जबकि विजय कीर्तने ने प्रकाश योजना संभाली । ऑस्कर सांस्कृतिक संगीत कलावंत अकादमी के अध्यक्ष पी कुमार, उपाध्यक्ष राजू व्यास, कोषाध्यक्ष प्रशांत खडसे, सचिव रिनेश जाने,सहसचिव शेखर शामकूवर, राजू गजभिये, पुरुषोत्तम पांडे, संगीता गावंडे, प्रमोद देशमुख, वैभव परासकर, प्रनय कुथे इन्होने अथक परिश्रम लिए।