ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान को मिला सर्वश्रेष्ठ संस्थान का सम्मान
छिंदवाड़ा – दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण एवं पुनर्वास हेतु कार्यरत स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान छिंदवाड़ा को दिव्यांगजनों के लिए सतत् कार्य करने पर देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था के लिए राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार से राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया। विश्व दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान के निदेशक श्री अजय धवले को प्रशस्ति पत्र एवं दो लाख रुपए की सम्मान निधि से सम्मानित किया । समारोह में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार,राज्य मंत्री, रामदास आठवले, प्रतिमा भौमिक प्रमुखता से उपस्थित थे।
ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान द्वारा जिले और छ्त्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में दिव्यांगता, मानसिक स्वास्थ्य और विभिन्न क्षेत्र में विगत 30 वर्षों से सामाजिक कार्य किया जा रहा हैं। संस्था प्रत्यक्ष रूप से सौंसर ,पांढुर्णा विकासखंड,जामसांवली हनुमान परिसर और सुकमा जिले में करीब 7900 से अधिक दिव्यांगजनों और मानसिक रोगियों के सशक्तिकरण एवं पुनर्वास हेतु कार्यक्रम संचालित कर उन्हें समाज का अभिन्न अंग बनाने हेतु अहम भूमिका निभाई जा रही। संस्था की संकल्पना से दिव्यांगजनों को एकजुट कर उनके अधिकारों को दिलाने हेतु दिव्यांग संघठन और मानसिक रोगी देखभालकर्ता संघठन बनाएं गए। संस्था मानसिक रोगियों को उचित उपचार उपलब्ध कराकर उन्हें स्वस्थ कर रही हैं। छ्त्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में संस्था के प्रयास से आजादी के बाद पहली बार दिव्यांजनों के दिव्यांगता प्रमाण बनकर उन्हें योजनाओं का लाभ मिल रहा हैं। संस्था जामसांवली हनुमान मंदिर परिसर में आने वाले मानसिक रोगियों को दुआ के साथ दवा देकर स्वस्थ करने का कार्य कर रही हैं। संस्था ने अनेक मानसिक रोगियों के परिवार की खोजबीन कर उन्हें परिवार से मिलवाया हैं। संस्था के प्रयास से हजारो दिव्यांगजनो के दिव्यांगता प्रमाण बनकर उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा हैं। दिव्यांगजनों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन ,बहुदिव्यांगजनों को विशेष सहायता अनुदान पेंशन मिल रही। संस्था के प्रयास से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के उपक्रम एलिम्को द्वारा जिले के 4146 दिव्यांगजनों को 4.32 करोड़ रु के सहायक उपकरण वितरित किए गए।
संस्था ने कोरोना महामारी के दौरान दोनों लॉकडाउन में दिव्यांगजनों और जरुरतमंदो के लिए निरंतर सेवाकार्य किया। संस्था को उत्कृष्ट सामाजिक कार्य के लिए पूर्व में भारत सरकार के नेहरू केंद्र द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार ,राज्य स्तरीय पुरस्कार, भगवान महावीर फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय महावीर पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कार मिल चुके हैं।