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– जिले के जनप्रतिनिधि,केंद्रीय मंत्री,पालकमंत्री,जिला प्रशासन,जिला परिषद् प्रशासन,जिला पुलिस अधीक्षक,जिला पुलिस उप अधीक्षक आदि का मौन प्रदर्शन
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कोदामेंढ़ी :- राजनैतिक उद्देश्यपूर्ति के लिए कांग्रेस के जिलापरिषद सदस्य,सरपंच सह ग्राम पंचायत सदस्यों और उनका खुलेआम साथ दे रहे आरोली पुलिस कल पुनः साप्ताहिक गुरुवार बाजार में हंगामा कर उसके फैलते स्वरुप को बंद करवाने जैसी ग़ैरकृतो को अंजाम देगी।
पिछले सप्ताह भी अचानक ऐसा ही हंगामा करने से किसानों, खेती उत्पादकों, छोटे मोटे व्यवसायियों सह इन बाज़ारों के लाभार्थी खरीददारों के साथ उक्त असामाजिक तत्वों ने ग्राम पंचायत की आड़ में काफी नुकसान किया था.बाजार में व्यवसाय करने वाले सह खरीददारों में इस सप्ताह भी वैसा हंगामा पुनः हो ऐसा डर समाया हुआ हैं.
गुरुवार साप्ताहिक बाजार के बढ़ते स्वरुप के विरोधियों के ग़ैरकृतों पर जिले के जनप्रतिनिधि,केंद्रीय मंत्री,पालकमंत्री, जिला प्रशासन,जिला परिषद् प्रशासन,जिला पुलिस अधीक्षक, जिला पुलिस उप अधीक्षक आदि का मौन प्रदर्शन कर उनका मनोबल ऊँचा कर रही हैं.
अर्थात किसानों,किसानों के खेती उत्पादों का बाजारपेठ साप्ताहिक बाज़ारों को प्रत्यक्ष में संरक्षण देने के बजाय सभी राजनैतिक पक्ष एक दूसरे के आंदोलनों चाहे गैरकानूनी, जनविरोधी क्यों न हो उसे समर्थन दे रही हैं.
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार बाजार के बढ़ते स्वरुप का विरोध करने वाले सफेदपोश का मुख्य व्यवसाय रेती का अवैध उत्खनन कर अवैध रूप से बिक्री करना हैं,इन सबकी आय, व्यवसाय का सूक्षमता से जाँच एजेंसी ने जाँच की तो ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ हो सकता हैं,इनके नेता और नेताओं के कार्यकर्ताओं को भी रेती प्रकरण में राज्य सरकार ने दबिश दी है,लेकिन इनको छूट इसलिए भी है कि यह चुनावी क्षेत्र भाजपा का भाजपा इन दिनों सत्ताधारी हैं.रेती प्रकरण में शामिल और बाजार विरोधी करने वाले स्थानीय पदाधिकारी और भाजपा के शीर्षथ्य नेता का ‘उपनाम’ एक ही होने का फायदा स्थानीय पदाधिकारी उठा रहे है,इसलिए भी आरोली पुलिस बाजार विरोधियों को मदद कर रहे हैं.
उल्लेखनीय यह है कि स्थानीय नागरिकों ने विधायक सुनील केदार से मांग की है कि गुरुवार साप्ताहिक बाजार के विरोधकर्ता उनके ही पक्ष के जिला परिषद् सदस्य,सरपंच को फटकार लगाकर सुचारु रूप से गुरुवार बाजार का संचलन होने दिया जाए.अब देखना यह है कि विधायक केदार किसानों ,छोटे-मोटे व्यवसायियों,आम नागरिक रूपी बाजार के ग्राहकों के हित में क्या निर्णय लेते और संजीदगी दिखाते।