अनोखी कलाकृतीने नगर वसियो को किया मोहित
नागपूर : महा मेट्रोने नागपुर की संस्कृती और विविधता अपने परियोजना के जरीये दर्शाया है. चितार ओली स्टेशन के निकट पिलर पर मारबत का म्युरल हो या कॉटन मार्केट चौक स्थित पिलर पर पोलाका दृश्य. महा मेट्रोने अलग-अलग दृश्यों के जरीये शहर की संस्कृती और इतिहास को कायम रखा है. इसी शृंखला में महा मेट्रोने नागपुर में एक और कलाकृती को साकार किया है.
संत्रा नगरी के साथ-साथ टायगर कॅपिटल यह भी नागपुर की पहचान है. और इस्की वजह है नागपूर के समीप बडे पैमाने में स्थित जंगल क्षेत्र नागपूर के आसपास व्याघ्र परियोजना भी है और यहा देश विदेशसे जंगल प्रेमी भेट देते है. महा मेट्रोने इसिलिये कामठी मार्ग स्थित ऑटोमोटिव्ह चौक मेट्रो स्टेशन मेट्रो पिलर पर आकर्षक मोगली थीम को साकार किया है. पेंच टायगर रिजर्व कि ओर जाते इस का अहसास नागरिकोको हो सकता है.
मोगली के अलावा इस पिलर पर वर बाघ, सियार, भालू ऐसे अलग-अलग प्राणियों के आकर्षक और मनमोहक दृश्यो को भी साकार किया है. मोगली थीम पिलर की संकल्पना महा मेट्रो के प्रबंध निदेशक डॉ ब्रिजेश दीक्षित कि है. शहर और निकट परिसर कि खुबियो को दर्शाने कि उनकी संकल्पना है. इसके पहले छत्रपती नगर मेट्रो स्टेशन पिलर पर `चलो बढे साथ साथ’ और सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन पिलर वर फ्लेमिंगो पक्षियों के झुंड को भी महा मेट्रो ने साकार किया है.
इसी तरह एक तरफ एलएडी स्टेशनपर युवाओ का चित्र तो दुसरी ओर जय प्रकाश नगर स्टेशनपर हरियाली को दर्शया गया है. झाशी राणी स्टेशन पर राणीका म्युरल स्थित है तो दोसर वैश्य स्टेशनपर हात में तिरंगा लिये नागरिकोका चित्र संजोया है. नागपूर कि विविधता इस तरह से साकार करने का महा मेट्रो का प्रयास है और वह आगे भी इसी तरह कायम रहेगा !